
हिमालयन इंस्टिट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट के ग्रामीण विकास संस्थान ने आयोजित किया प्रशिक्षण
बागेश्वर जिले की 35 महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हुई शामिल
देहरादून : डोईवाला स्थित हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ़ हॉस्पिटल ट्रस्ट के ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें खुले में शौच से मुक्ति,ठोस व तरल कूड़ा प्रबंधन आदि विषयों पर बताया गया ।
ग्रामीण विकास संस्थान के वाटसन ( वाटर एंड सेनीटेशन) के अंतर्गत यह प्रशिक्षण दिया गया है।
क्या कहा एक्सपर्ट ने ?
कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक नितेश कौशिक ने प्रतिभागियों को गांवों में निर्मित शौचालयों का निरंतर प्रयोग करने, किसी भी व्यक्ति को खुले में शौच नही जाने व अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रोत्साहित करने की बात कही।
अश्वनी कुमार सक्सेना ने व्यवहार परिवर्तन के विषय में कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में आज भी लोगों में आम धारणा बनी हुयी है कि खुले में शौच जाने से गंदगी नहीं होती। जबकि वास्तविकता में इससे पर्यावरण को नुकसान पहुँचता है।
स्वजल प्रतिनिधि संजय श्रीवास्तव व गिरीजा शंकर भट्ट ने प्रतिभगियों को ठोस एवं तरल कूड़े-करकट का सुरक्षित प्रबंधन व सरकारी कार्यक्रम की जानकारी दी।
प्रमुख रूप से उपस्थित रहे :- डॉ. बीडी सेमवाल, सुनील खंडूडी, नीलम पांडे, गिरवीर सिंह नेगी, नरेश थपलियाल