ऋषिकेश नगर निगम,प्लास्टिक कचरे से रच रहा है नया इतिहास
Rishikesh is realizing the dream of Prime Minister Modi of 'Reduce, Reuse, Recycle'

देहरादून,18 नवंबर 2024 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : ऋषिकेश नगर निगम ने प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन में एक नया अध्याय लिख दिया है।
इस पवित्र नगरी में प्लास्टिक कचरे को न केवल सफलतापूर्वक एकत्रित किया जा रहा है,
बल्कि उसे रीसाइकल करके उपयोगी उत्पादों में भी तब्दील किया जा रहा है।
प्लास्टिक बैंक: एक अनूठी पहल
नगर निगम ने आईएसबीटी, त्रिवेणी घाट और वीरभद्र में स्थापित किए गए प्लास्टिक बैंकों के माध्यम से लोगों को प्लास्टिक कचरा जमा करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
इन बैंकों को पुरानी प्लास्टिक बोतलों से ही बनाया गया है।
स्थानीय लोग इन बैंकों में अपनी खाली प्लास्टिक की बोतलें और अन्य प्लास्टिक कचरा डाल सकते हैं।
अब तक इन बैंकों से लगभग 400 किलो प्लास्टिक एकत्रित किया जा चुका है।
वेस्ट टू वंडर पार्क: कचरे से कला का सृजन
नगर निगम ने अपने परिसर में ‘वेस्ट टू वंडर’ पार्क भी स्थापित किया है।
यहां पुराने टायर, खराब स्ट्रीट लाइट, साइकिल, स्कूटर आदि का उपयोग करके बच्चों के झूले और सजावटी सामान बनाए गए हैं।
इसके अलावा, रीसाइकल किए गए प्लास्टिक से बेंच, ट्री गार्ड और प्लास्टिक बैंक बॉक्स भी तैयार किए जा रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण का माध्यम
नगर निगम ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य महिला स्वयं सहायता समूहों को सौंप दिया है।
इससे न केवल कचरा संग्रहण प्रभावी हुआ है,
बल्कि 250 से अधिक महिलाओं को रोजगार भी मिला है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का समर्थन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस पहल का समर्थन किया है
और सभी नगर निकायों को प्लास्टिक कचरे के निस्तारण के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया है।
ऋषिकेश नगर निगम का यह प्रयास न केवल प्लास्टिक कचरे की समस्या का समाधान कर रहा है,
बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रहा है।
यह एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे कचरे को संसाधित करके उसे संसाधन में बदला जा सकता है।