देहरादून : स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय में हाथों की स्वच्छता के अभाव से होने वाले संक्रमण को लेकर हैंड हाइजीन सप्ताह का आज समापन हो गया।
जिसमें अस्पताल आने वाले लोगों के साथ अस्पताल कर्मियों को हाथों की स्वच्छता के महत्व की जानकारी दी गयी।
शनिवार को हाॅस्पिटल संक्रमण नियंत्रण विभाग की ओर से अस्पताल कर्मियों के लिए ‘हाथ की स्वच्छता दे, उपचार में गुणवत्ता’ विषय पर कार्यशाला का आयोजित की गयी।
मुख्य अतिथि हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के डीन डाॅ. मुश्ताक अहमद ने कहा कि हाथों की स्वच्छता संक्रमण को रोकने का प्रभावी तरीका है।
हाथों को साफ करने से रोगाणु जीवाणु के प्रसार को रोका जा सकता है।
हाथों के माध्यम से रोग फैलना एक आम तरीका है और संक्रमण की रोकथाम का उपाय हैै हाथों की स्वच्छता।
विशिष्ट अतिथि चिकित्साधीक्षक डाॅ. वाई.एस बिष्ट ने कहा कि अस्पताल कर्मी हमेशा रोगियों के संपर्क में रहते है, जिससे मरीज और स्वयं को संक्रमण होने की आशंका बनी रहती है।
अस्पताल में आने वाले लोगों को नुक्कड़ नाटिका के माध्यम से हाथों की स्वच्छता के बारे में जागरुक किया गया।
डाॅ. कंचन बाला ने उपस्थित लोगों से कहा कि गर्मी के मौसम संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
कहा कि नियमित रूप से नाखुन काटे, भोजन करने से पहले, शौच के बाद हाथों को अच्छी तरह से धोयें।
इसके अतिरिक्त अस्पताल परिसर में पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को हाथों की स्वच्छता का संदेश दिया गया।
हाॅस्पिटल इन्फेक्शन कंट्रोल डिपार्टमेंट की चेयरपर्सन डाॅ गरिमा मित्तल ने बताया कि कार्यशाला में हिमालयन अस्पताल के लगभग 150 चिकित्सकों, स्टाॅफ नर्सों, टैक्नीशियनों, वार्ड अटैन्डेंट ने प्रतिभाग किया गया।