मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा डोईवाला के भाजपाइयों ने हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के मुख्य सांसद प्रतिनिधि पुरुषोत्तम डोभाल की ख़ोज में मोबाइल फ़ोन की लोकेशन से लेकर संभावित ठिकानों पर खोजबीन तक सब कुछ किया लेकिन सारी मशक्क़त पर पानी फिर गया।
मामला दरअसल डोईवाला नगर पालिका चेयरमैन चुनाव में पुरुषोत्तम डोभाल की धर्मपत्नी मधु डोभाल के चुनाव लड़ने को लेकर है जिसने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपनी दावेदारी की है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरुषोत्तम डोभाल को मैनेज करने की जिम्मेदारी राज्यमंत्री धन सिंह रावत को दी गयी ,जिसकी भनक लगते ही डोभाल ने अपना मोबाइल फ़ोन स्विच ऑफ कर दिया।
आज नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन तड़के से ही भाजपाई डोभाल की खोज में जुट गए थे ताकि उनकी पत्नी का भाजपा के समर्थन में नाम वापस किया जा सके।जब कोई सुराग नहीं मिला तो किसी तरह उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन जुटाने से लेकर ,उनके मित्र -संबंधियों के ठिकाने पर भी तमाम खोजबीन की लेकिन वो भाजपाइयों के हाथ नहीं आये।
यहां तक की जब नाम वापसी के अंतिम समय 4 बजे तक वो तहसील परिसर नहीं पहुंचे तो एस.डी.एम. डोईवाला ने ट्रैफिक जाम का हवाला देकर आधा घंटा अतिरिक्त इंतज़ार भी किया।
खबर है की पुरुषोत्तम डोभाल इस दौरान रामगढ़ और क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में रहे ,इस बीच उन्हें मनाने खुद सांसद रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ उनकी अनुपस्थिति में उनके घर भी पहुंचे ।बहरहाल भाजपा के सॉलिड वोट बैंक अठूरवाला से प्रभावशाली नेता की पत्नी मधु डोभाल के चुनाव लड़ने से भाजपा की चुनौती और कठिन हो गयी है हालांकि अंतिम निर्णय तो जनता ने ही लेना है।