बेटे के ट्रांसप्लांट में “पिता बने किडनी डोनर”,हिमालयन हॉस्पिटल ने किया चुनौतीपूर्ण किडनी ट्रांसप्लांट
"Father became kidney donor in son's transplant", Himalayan Hospital performed challenging kidney transplant
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देहरादून ,11 फरवरी 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज़ ) : हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के चिकित्सकों ने बेहद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे एक युवक का सफल किडनी ट्रांसप्लांट कर महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
मरीज हेपेटाइटिस सी संक्रमण, 20 प्रतिशत हार्ट पंपिंग, धमनियों में अत्यधिक कैलशियम जमाव की समस्या से जूझ रहा था।
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज अब पूर्ण रूप से स्वस्थ है और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
टिहरी गढ़वाल निवासी प्रवीन (29) वर्ष दोनों किडनी खराब होने के चलते पिछले दो साल से हीमोडायलिसिस पर था।
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. विकास चंदेल की देखरेख में मरीज का उपचार चल रहा था।
मरीज की स्थिति को देखते हुए किडनी ट्रांसप्लांट के बारे में परिवार को बताया गया।
जिसके लिए वह तैयार हो गये।
चुनौतीपूर्ण स्थिति: मरीज में हेपेटाइटिस सी, कम हार्ट पंपिंग (20%), और धमनियों में अत्यधिक कैल्शियम जमाव जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं,
जिससे किडनी ट्रांसप्लांट एक चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया बन गई थी।
सफल ऑपरेशन: हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के चिकित्सकों ने इन चुनौतियों के बावजूद 29 वर्षीय युवक का सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया।
मरीज की दोनों किडनियां खराब थीं
और वह पिछले दो साल से हीमोडायलिसिस पर था।
परिवार की सहमति और पिता बने डोनर: नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. विकास चंदेल की देखरेख में इलाज चल रहा था। परिवार को ट्रांसप्लांट के बारे में बताया गया,
जिसके लिए वे तैयार हो गए।
मरीज के पिता, जमन सिंह, किडनी डोनर बने।
जटिलताएं और समाधान: जांच में पता चला कि पिता की किडनी की धमनियां बहुत पतली हैं, जो सर्जरी को और कठिन बना सकती थीं।
हालांकि, सभी विकल्पों पर विचार करने के बाद,
डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया।
स्वास्थ्य लाभ: ट्रांसप्लांट के बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ है
और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
परिवार ने डॉक्टरों और अस्पताल का आभार व्यक्त किया।
टीम का योगदान: इस सफल ट्रांसप्लांट में डॉ. विकास चंदेल, डॉ. शहबाज अहमद, डॉ. बृजेश मौर्य, डॉ. शिखर अग्रवाल, डॉ. राजीव सरपाल, डॉ. पंकज, डॉ. सुवित, डॉ. गुरजीत खुराना, डॉ. आरती राजपूत, डॉ. भावना सिंह, डॉ. ममता गोयल, डॉ. सोनिका, डॉ. सोनू, डॉ. यशस्वी, डॉ. प्रीति शर्मा, और समन्वयक जगदीप शर्मा शामिल थे।
अस्पताल प्रशासन की सराहना: निदेशक अस्पताल सेवाएं डॉ. हेम चंद्रा ने डॉक्टरों की टीम को बधाई दी
और प्रत्यारोपण समिति समन्वयक डॉ. डी.सी. जोशी के प्रयासों की सराहना की।
विश्व स्तरीय संस्थान: स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट उत्तराखंड में किडनी ट्रांसप्लांट का विश्व स्तरीय स्वीकृत संस्थान है,
जहाँ जटिल ट्रांसप्लांट सर्जरी के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित टीम उपलब्ध है।
भविष्य की योजनाएं: हिमालयन अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण सेवाओं का विस्तार किया जाएगा,
जिसमें भविष्य में लीवर, हृदय और पैनक्रियाज जैसे अंगों का प्रत्यारोपण भी शामिल है।