निरीक्षण के दौरान “खराब लिफ्ट और आरओ” पर डीएम देहरादून का चढ़ा पारा लगायी कड़ी फटकार
During inspection, Dehradun DM got angry and reprimanded for "faulty lift and RO"

देहरादून,20 जून 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : जिलाधिकारी सविन बंसल के औचक निरीक्षण के दौरान ऋषिकेश के उप जिला चिकित्सालय Sub District Hospital ,Rishikesh में कई खामियां सामने आईं, जिन पर डीएम बंसल ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल सुधार के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री के आदेश पर सरकारी अस्पतालों की सुविधाओं को आधुनिक बनाने की पहल के तहत हुए इस निरीक्षण में व्यवस्थाओं को लेकर कई सवाल खड़े हुए.
खराब लिफ्ट और आरओ पर डीएम का पारा चढ़ा
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी की नजर अस्पताल में खराब पड़ी लिफ्ट और पीने के पानी के लिए लगे आरओ सिस्टम पर पड़ी.
इस पर डीएम का पारा चढ़ गया और उन्होंने तत्काल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) को जमकर फटकार लगाई.
उन्होंने सीएमएस को सख्त लहजे में निर्देश दिए कि एक सप्ताह के भीतर इन दोनों सुविधाओं को ठीक कराया जाए.
Districtr Magistrate Dehradun ने स्पष्ट कहा कि गढ़वाल के प्रवेश द्वार पर स्थित इस महत्वपूर्ण अस्पताल में ऐसी मूलभूत सुविधाओं की कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
चंदन लैब की अव्यवस्था पर कड़ी फटकार
निरीक्षण में Chandan Lab में व्याप्त अव्यवस्थाओं को देखकर भी जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जाहिर की.
उन्होंने सीएमएस को कड़ी फटकार लगाते हुए 15 दिन के भीतर निर्धारित शर्तों के अनुसार लैब की व्यवस्थाएं सुधारने के सख्त निर्देश दिए.
डीएम ने यह भी साफ कर दिया कि चंदन लैब का भुगतान अब उप जिलाधिकारी ऋषिकेश और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के सत्यापन के बाद ही किया जाएगा.
इसके साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि लैब 24×7 संचालित हो.
टीकाकरण कक्ष और दवा काउंटरों पर भी मिली फटकार
टीकाकरण कक्ष में कम जगह और एयर कंडीशनर (AC) न होने पर भी जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की.
उन्होंने निर्देश दिए कि जिला चिकित्सालय की तर्ज पर टीकाकरण कक्ष का विस्तारीकरण किया जाए और AC लगाए जाएं ताकि बच्चों और महिलाओं को बेहतर सुविधा मिल सके.
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने यह देखकर भी नाराजगी जाहिर की कि अस्पताल में एक ही दवा वितरण काउंटर खुला था और बाकी बंद थे.
इस पर उन्होंने फटकार लगाते हुए सभी काउंटरों को तुरंत खुलवाने का निर्देश दिया.
उन्होंने यह भी कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए महिला, पुरुष, बुजुर्ग और सामान्य वर्ग के लिए अलग-अलग काउंटर संचालित किए जाएं और उन पर पर्याप्त स्टाफ बिठाया जाए.
डीएम के इन कड़े निर्देशों से स्पष्ट है कि वे ऋषिकेश अस्पताल में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
इन निर्देशों के बाद अस्पताल प्रशासन पर व्यवस्थाएं सुधारने का भारी दबाव होगा.