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एक्सक्लूसिव :डोईवाला का पहला ‘रोटी बैंक ‘

देशभर में लगभग 20 करोड़ लोग भूखे ही सो जाते हैं …

देहरादून : 1966 की बॉलीवुड मूवी का मशहूर सांग है ,”अपने लिए जीये तो क्या जीये ,तू जी ए-दिल ज़माने के लिए ” आज जब इंटरनेट,वाई-फाई की तेज भागदौड़ जिंदगी में लोगों को अपने लिए फुर्सत नहीं है ऐसे में समाज में चंद लोग ऐसे भी हैं जो दूसरों की फ़िक्र और मदद के लिए आगे आते हैं।

ऐसे ही एक शख्स हैं डोईवाला केशवपुरी बस्ती के  मनीष उपाध्याय जिन्होंने हाल ही में डोईवाला का पहला ‘रोटी-बैंक’ शुरू किया है।

वीडियो में देखिये कैसे काम करता है ये “रोटी-बैंक” —

कैसे काम करता है ‘रोटी-बैंक’ ?  मनीष अकेले नहीं हैं बल्कि उनकी साथियों की एक टीम काम कर रही है जो पहले से तय घरों से रोटी-सब्जी के पैकेट बनाकर एक जगह इकठ्ठा करते हैं और फिर निकल पड़ते हैं इनको जरूरतमंद लोगों को बाँटने के लिए।

इनकी पहल को डोईवाला की जनता ने हाथों-हाथ लिया है और बढ़-चढ़कर मदद के हाथ सामने आ रहे हैं। केवल खाना ही नहीं बल्कि लोग सर्दी के मौसम में गर्म कपडे भी रोटी बैंक को दान दे रहे हैं। कल देहरादून रोड स्थित ‘आजाद क्लॉथ हाउस’ के रिंकू सिंह राठौर ने जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए गर्म कपडे मुहैय्या कराये थे।

देशभर में लगभग 20 करोड़ लोग भूखे ही सो जाते हैं ,ऐसे में ‘रोटी-बैंक’ उनके लिए एक राहत जैसा है। दरअसल होटल-रेस्टोरेंट कानूनी अड़चन के चलते अपना बचा ताजा खाना इस तरह से नहीं बांट सकते किंतु कोई भी सामाजिक संस्था या व्यक्ति ये काम कर सकता है।

डोईवाला का ये पहला “रोटी-बैंक” एक छोटी सी पहल लेकिन बड़ी सोच का नतीजा है।

रोटी बैंक से संपर्क करें -8449811648  मनीष उपाध्याय

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