( वीडियो देखें ) सीएम त्रिवेंद्र रावत ने किया “सूर्यधार झील” का लोकार्पण,इकोसिस्टम व आर्थिक-सामाजिक स्तर पर होंगे बेहतर परिणाम
सटीक और विश्वसनीय न्यूज़ के लिए
“यूके तेज” से जुड़ें,
व्हाट्सएप्प करें 8077062107
* 50.25 करोड़ की लागत की इस झील से पेयजल एवं सिंचाई के लिए क्षेत्र में जलापूर्ति होगी।
* इस जलाशय के बनने से 30 हजार की आबादी को ढ़ाई गुना अधिक पानी मिलेगा।
* मुख्यमंत्री ने डोईवाला क्षेत्र के लिए 6.79 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया।
(RAJNEESH SAINI)
देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने स्व. गजेन्द्र दत्त नैथानी, सूर्याधार जलाशय का लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि इस झील से बेहतर इकोसिस्टम से लेकर व्यापक आर्थिक और सामाजिक प्रभाव सामने आयेंगे।
आप वीडियो देखें :—
50.25 करोड़ रूपये की लागत से बनी इस झील की धारण क्षमता 77 हजार घन मीटर है। यह झील 550 मी. लम्बी, 28 मीटर चौड़ी एवं 10 मीटर गहरी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने झील पर नौकायन किया और मछली के बीज डाले।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 6.79 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर उन्होंने स्व. गजेन्द्र दत्त नैथानी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी आदमकद मूर्ति का अनावरण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूर्याधार क्षेत्र में लोगों को संचार सुविधाओं हेतु जियो का टावर लगाया जायेगा।
दूरगामी सोच और व्यापक परिणाम है “सूर्यधार झील” के पीछे :—
सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि आज उत्तराखण्ड को एक ऐसा प्रोजेक्ट समर्पित किया जा रहा है, जिसके पीछे एक दूरगामी सोच है। इसका प्रयोजन व संदेश बहुत बड़ा है।
उन्होंने कहा कि इस झील को बनाने का उद्देश्य सिर्फ पेयजल एवं सिंचाई ही नहीं है, इसके व्यापक परिणाम आयेंगे।
इससे पानी के सोर्स रिचार्ज होंगे, पर्यावरण के लिए बेहतर ईको सिस्टम होगा।
इस बांध के बनने से सिंचाई के लिए ट्यूब वेल के बिजली खर्च के लगभग 8 करोड़ रुपये की भी सालाना बचत होगी।
राज्य सरकार का प्रयास है कि आने वाले समय में यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से बेहतर डेस्टिनेशन बने। इससे आने वाले समय में इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
कुछ वर्ष पूर्व जब वह यहां आये थे तो यहां सुनसान था लेकिन अब छोटे-छोटे ढाबों के साथ ही रिसॉर्ट्स भी बन गये हैं जो स्थानीय स्तर पर आर्थिकी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण होंगें।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि झील से 18 गांवों को ग्रैविटी वाटर की उपलब्धता होगी एवं 1247 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। पहले इस क्षेत्र में 534 हेक्टेयर क्षेत्र में ही सिंचाई हो पाती थी।
इस जलाशय के बनने से क्षेत्र की 30 हजार आबादी की प्रति व्यक्ति की प्रतिदिन 40 लीटर पानी की उपलब्धता से बढ़कर 100 लीटर प्रतिदिन हो जायेगी, अर्थात् प्रतिव्यक्ति को ढाई गुना अधिक पानी की उपलब्धता हो जायेगी।
इस सूर्याधार में वाटर स्पोर्ट्स को विकसित करने के प्रयास किये जायेंगे।
यहां पर साल में 3-4 दिन के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
इस बार मकर संक्रांति पर कार्यक्रम आयोजित करने का प्रयास होगा।
स्व. गजेन्द्र दत्त नैथानी जी के नाम पर इस झील का नाम रखा गया है। नैथानी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित किया। वे हमेशा से आरएसएस संघ की विधारधारा से जुड़े रहे। समाज की सेवा करना ही उनका एकमात्र ध्येय था।
कार्यक्रम का संचालन दीवान सिंह रावत ने किया इस अवसर पर मंच पर भाजपा के जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह पुण्डीर, राज्यमंत्री स्तर करन बोहरा, कृष्ण कुमार सिंघल,खेमपाल सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी धीरेन्द्र पंवार,
मंडल अध्यक्ष विनय कंडवाल,भाजयुमो जिलाध्यक्ष प्रदीप नेगी ,ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल,राजेंद्र मनवाल,मनवर नेगी,नरेंद्र नेगी,अमित शाह,घनानंद (हास्य कलाकार), स्व. श्री गजेन्द्र दत्त नैथानी के भतीजे श्री संजीव नैथानी के अलावा
अवतार सिंह सैनी,पंकज शर्मा,रोहित क्षेत्री,सभासद संदीप नेगी,सभासद हिमांशु राणा,सभासद ईश्वर सिंह रौथाण ग्राम प्रधान धर्मपाल,प्रेम पुंडीर,बबिता तिवारी,सतीश सेमवाल,प्रदीप सिंधवाल,आदि उपस्थित थे।