हरिद्वार के सलेमपुर का नाम अब ‘अहिल्याबाई होल्कर ग्राम सभा’ करने की तैयारी
Preparations are now underway to change the name of Salempur in Haridwar to 'Ahilyabai Holkar Gram Sabha'

Haridwar,8 जून 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार में धनगर समाज द्वारा आयोजित लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती समारोह में एक महत्वपूर्ण घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्राम सभा सलेमपुर का नाम प्रस्ताव और अनापत्ति मिलने के बाद लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखा जाएगा।
इस घोषणा से समारोह में उपस्थित समाज के लोगों में भारी उत्साह देखा गया।
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को नमन
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर लोकमाता पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर को नमन करते हुए उनके योगदान को सराहा।
उन्होंने कहा कि पाल-धनगर समाज आदिकाल से भारत की पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार रहा है, जिसने देश की प्रगति में महत्वपूर्ण आर्थिक योगदान दिया है।
साथ ही, इस समाज ने हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी यह समाज अपनी मेहनत, निष्ठा और आत्मसम्मान के बल पर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
नारी सशक्तिकरण की आदर्श अहिल्याबाई होल्कर
मुख्यमंत्री ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को नारी सशक्तिकरण की एक आदर्श मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई का सम्पूर्ण जीवन सनातन जीवन मूल्यों और भारतीय संस्कृति की पुनर्प्रतिष्ठा को समर्पित रहा।
उन्होंने काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, द्वारका, रामेश्वरम, अयोध्या, मथुरा सहित देवभूमि के बद्रीनाथ, केदारनाथ और हरिद्वार में मंदिरों और घाटों का पुनर्निर्माण करवाया।
धामी ने कहा कि उस कालखंड में रानी अहिल्याबाई होल्कर ने नारी सशक्तिकरण का ऐसा अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया, जिसकी कल्पना करना भी उस समय कठिन था।
सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण का अमृतकाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण के अमृतकाल में प्रवेश कर चुका है।
उन्होंने दुख व्यक्त किया कि सैकड़ों वर्षों तक विदेशी आक्रमणकारियों और स्वतंत्रता के बाद भी गुलामी की मानसिकता से ग्रसित सरकारों ने हमारी महान विभूतियों के योगदान को वो सम्मान नहीं दिया, जिसके वे हकदार थे।
उन्होंने कहा कि आज हमारे गौरवशाली इतिहास, महान राष्ट्रनायकों के योगदान और सांस्कृतिक विरासत को न केवल पुनर्स्थापित किया जा रहा है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय चेतना का आधार भी बनाया जा रहा है।
आज हमारी सनातन संस्कृति की पताका पूरे विश्व में गर्व से लहरा रही है और भारत अपनी जड़ों से जुड़ते हुए पुनः विश्वगुरु बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने भव्य राम मंदिर निर्माण, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों के पुनर्निर्माण, बाबा विश्वनाथ के गलियारे के विस्तार और महाकाल लोक के निर्माण का भी जिक्र किया।
महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए गए अभूतपूर्व कार्यों की भी सराहना की।
उन्होंने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33% आरक्षण, ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान, उज्ज्वला योजना, लखपति दीदी योजना और तीन तलाक जैसी कुप्रथा को समाप्त करने जैसे कदमों का उल्लेख किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत आतंकवाद के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब देता है।
उन्होंने उरी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक और पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उदाहरण दिया, जिसमें आतंकियों का सफाया किया गया और पाक सेना के हवाई अड्डों व डिफेंस सिस्टम को तबाह किया गया।
उत्तराखंड में धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार भी राज्य में धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है।
उन्होंने केदारखंड और मानसखंड के मंदिर क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण, हरिपुर कालसी में यमुनातीर्थ स्थल के पुनरुद्धार और हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर व शारदा कॉरिडोर के निर्माण की दिशा में चल रहे प्रयासों का उल्लेख किया।
मातृशक्ति का कल्याण और प्रगति
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मातृशक्ति के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्य कर रही है।
उन्होंने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30% आरक्षण, ‘मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना’, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना और पोषण अभियान जैसी योजनाओं का जिक्र किया।
इन योजनाओं से प्रदेश की बेटियां सरकारी सेवाओं में चयनित हो रही हैं और स्वयं सहायता समूहों, स्टार्टअप्स व लघु उद्योगों के माध्यम से आत्मनिर्भर भी बन रही हैं।
भ्रष्टाचार पर ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ और डेमोग्राफी का संरक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के लिए संकल्पबद्ध है।
उन्होंने ‘लैंड जिहाद’, ‘लव जिहाद’ और ‘थूक जिहाद’ जैसी मानसिकता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और सख्त दंगारोधी व धर्मांतरण विरोधी कानूनों के कार्यान्वयन पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि अब छोटे कर्मचारियों के साथ-साथ ‘भ्रष्टाचारी मगरमच्छों’ को भी पकड़ा जा रहा है।
उन्होंने हाल ही में हरिद्वार भूमि घोटाले में दो आईएएस और एक पीसीएस अधिकारी के निलंबन का उदाहरण दिया।
इस अवसर पर आपदा प्रबंधन उपाध्यक्ष विनय कुमार रोहिला, राज्यमंत्री डॉ. जयपाल सिंह चौहान, देशराज कर्णवाल, ओम प्रकाश जमदग्नि, न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह, विधायक आदेश चौहान, जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, प्रणव सिंह चैंपियन, शिवालिक नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा, अपर सचिव अनुराधा पाल, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल, सचिव एचआरडीए मनीष कुमार, उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, सौरभ असवाल और धनगर समाज के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।