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रजनीश सैनी 80770-62107
देहरादून :बेहद खूबसूरत रंगों से सजी रंगोली का बैक्टीरिया,वायरस आदि से अनूठा मेल आज देखने को मिला
जब प्रतिभागियों ने वायरोलोजी और इम्यूनोलोजी को रंगोली के माध्यम से अभिव्यक्त किया।
स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के बायोसाइंस विभाग और माइक्रोबायोलॉजी सोसाइटी ऑफ़ इंडिया के द्वारा रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
क्या थी प्रतियोगिता की थीम :—–
इस रंगोली प्रतियोगिता की थीम “इम्यूनोलॉजी बनाम वायरोलॉजी” रही।
प्रतिभागियों ने कैसे किया ये अनूठा मेल :—-
इस कॉम्पीटीशन में B.Sc. और M.Sc. के 60 स्टूडेंट्स ने प्रतिभाग किया।
प्रतिभागियों ने रंगों के माध्यम से वायरस और इम्यून सिस्टम की बारीकियों को प्रस्तुत किया।
किस पर रहा निर्णायकों का ध्यान :—-
कॉम्पीटीशन के जजेज पैनल के मेंबर डॉ. विवेक कुमार ने बताया
कि,”हमने देखा कि रंगोली में Virology और Immunology को किस तरह Conceptualise किया गया है।
रंगों के माध्यम से कितनी खूबी के साथ उस कांसेप्ट को एक्सप्लेन किया गया है।
दी गयी टाइम लिमिट का ध्यान रखा गया है या नही।”
कौन सी थीम और टीम रही फर्स्ट :—–
फर्स्ट प्राइज जीतने वाली टीम ने अपनी रंगोली के माध्यम से बताया कि किस तरह मनुष्य पर वायरस के आक्रमण करने पर इम्युनोजेनिक फैक्टर्स उसे डिफेंड करते हैं।
इस टीम में अभिलेख,रीना,सिमरन,नेहा,रिया ने संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कौन सी टीम और थीम रही सेकंड :—-
सेकंड प्राइज प्राप्त करने वाली टीम ने रंगों के माध्यम से अभिव्यक्त किया कि कैसे पर्यावरणीय प्रभाव से डेंगू,सार्स जैसी बीमारिया हमारे इम्यून सिस्टम पर प्रभाव डालती हैं।
शिल्पी गोदियाल,ख़ुशी धस्माना,प्रेरणा भारद्वाज,ज्योति ब्यालकोटि,आयुष ममगाईं ने संयुक्त रूप से सेकंड प्राइज जीता है।
कौन सी टीम रही थर्ड प्राइज विनर :—-
तारिणी,प्रज्ञा,मन्नत,रशाल,आकाश,प्रगति,जस्टिन,निमिषा और सपना।
समन्वयक डाॅ. विजय कुमार ने कहा कि प्रतियोगिता का उद्देश्य कला के माध्यम से विज्ञान को रोचक बनाना था।
रंगोली हमारी पारंपरिक संस्कृति है जबकि इम्यूनोलाॅजी, बायोमेडिकल और अनुसंधान एक आधुनिक विज्ञान है।
निर्णायक मंडल में डॉ विवेक कुमार, डॉ अखिलेश कुमार, डॉ नरेश खंडूरी, डॉ अभिषेक सक्सेना और डॉ अभिषेक मिश्रा शामिल थे।