पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल की गिरफ़्तारी पर 18 संगठनों का धरना,पदमश्री अवधेश कौशल ने दिया समर्थन
देहरादून : ‘पर्वतजन’ पत्रिका और न्यूज़ वेबसाइट के संपादक शिव प्रसाद सेमवाल की गिरफ़्तारी के विरोध में आज देहरादून के गाँधी पार्क में 18 संगठनों ने सांकेतिक धरना देकर अपना रोष व्यक्त किया।
प्रसिद्द एक्टिविस्ट पदम् श्री अवधेश कौशल ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया।
आज सुबह उत्तराखंड पत्रकार संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर के तले 18 पत्रकार संगठनों ने गाँधी पार्क के सामने अपना सांकेतिक धरना दिया।
सभी प्रदर्शनकारियों और वक्ताओं ने समवेत स्वर में पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल की गिरफ्तारी की प्रक्रिया को अनुचित और अवैधानिक बताया है।
पुलिस की जाँच पर नही है भरोसा,मजिस्ट्रेट या हाई कोर्ट के सेवा निवृत्त जज करें निष्पक्ष जाँच :—–
उत्तराखंड पत्रकार संयुक्त संघर्ष समिति के महामंत्री पत्रकार वी.डी. शर्मा ने कहा की हमें पुलिस की जाँच पर भरोसा नही है क्यूंकि पुलिस गृह विभाग के तहत काम करती है जो की दबाव और प्रभाव में हो सकती है।
इसलिए हम निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जाँच की मांग करते हैं।
वहीं पत्रकार अरुण शर्मा ने उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जज से पुरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच की मांग उठायी है।
क्या आपत्ति है पत्रकारों को ?
प्रदर्शनकारियों के अनुसार पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल को सुबह लगभग 10 बजे उनके देहरादून के आवास से सहसपुर पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया
जबकि उनकी अरेस्टिंग पुलिस ने सहसपुर थाने से शाम लगभग 5 बजे दिखायी है।
बिना सर्च वारंट,बिना पूर्व सूचना,बिना महिला पुलिस के जिस तरह से सहसपुर पुलिस ने शिव प्रसाद सेमवाल को गिरफ्तार किया उस पर पत्रकारों को किसी बड़ी साजिश और षड़यंत्र का अंदेशा है।
क्या हुई है प्रतिक्रिया :—
(न्यायिक कार्यवाही के अलावा अब तक प्रमुख प्रतिक्रिया इस प्रकार हुई है)
(1)शिव प्रसाद सेमवाल की गिरफ़्तारी की प्रक्रिया के दौरान पुलिस कार्यवाही को अनुचित बताते हुए एसएसपी देहरादून को भेंटकर ज्ञापन प्रेषित किया है।
(2)उत्तराखंड की राज्यपाल को ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग की है।
(3)जाने-माने 18 पत्रकार संगठनों के समुचित संगठन “उत्तराखंड पत्रकार संयुक्त संघर्ष समिति” के बैनर तले गाँधी पार्क देहरादून में एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया है।
(4)उत्तराखंड विकास पार्टी लैंसडौन,कोटद्वार ने बैठक कर पत्रकार की गिरफ़्तारी पर रोष व्यक्त किया है।
(4)मुज़फ्फरनगर कांड के गवाह रामपुर तिराहे पर एक दिन का उपवास रखा गया है।
(5)प्रसिद्द एक्टिविस्ट पदम् श्री अवधेश कौशल के द्वारा आंदोलन को अपना समर्थन दिया गया है।
(6)प्रेस कॉउन्सिल ऑफ़ इंडिया,एडिटर्स गिल्ड,ह्यूमन राइट्स कमीशन को प्रकरण से अवगत कराते हुए कार्यवाही की मांग की गयी है।
प्रमुख रूप से ये रहे शामिल :—-
मनमोहन लखेड़ा,वी.डी.शर्मा,अलोक शर्मा,संजीव पंत,सुनील गुप्ता,सोमपाल,चंद्रवीर गायत्री,स्वप्निल सिन्हा,अवधेश कौशल,अरुण शर्मा,आशीष नेगी,अवधेश नौटियाल।