(विडियो) महादेव खाले के खौफ के साये में जी रहे भोगपुर के लोग,पीएम,सीएम से गुहार के बाद हाईकोर्ट में मामला
आप विडियो देखियेगा :—-
देहरादून : भोगपुर के दाबड़ा गांव के दर्जनों परिवार बीते 6 बरसों से महादेव खाले के खौफ में जी रहे हैं।
बरसात में उफनते महादेव खाले का पानी और मलबा लोगों के घरों में घुस जाता है।
इस समस्या को लेकर स्थानीय निवासी मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री को अवगत करा चुके हैं
लेकिन कहीं से कोई राहत नही मिल पायी है।
फिलहाल मामला एक जनहित याचिका के माध्यम से नैनीताल हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
दाबड़ा गांव की निवासी शकुंतला नेगी एक रिटायर्ड प्रिंसिपल और विधवा स्त्री हैं।
अपने पैतृक गांव में रह रही शकुंतला नेगी इस समस्या को लेकर लगातार जूझ रही हैं।
74 बरस की उम्र में वो मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत समस्या बताने के साथ ही प्रधानमंत्री को भी पत्र लिख चुकी हैं
लेकिन कहीं से कोई समाधान नही हो पाया है।
थक-हारकर उन्होंने इस साल मार्च में नैनीताल उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है।
जिसमें प्रदेश के मुख्य सचिव सहित कईं विभागीय अधिकारियों को पक्षकार बनाया गया है।
क्या है समस्या की जड़ :—-
महादेव खाला लगभग 70 मीटर चौड़ा हुआ करता था जो स्थानीय व्यक्तियों के अतिक्रमण के कारण घटकर 6 मीटर रह गया है।
जिस कारणवश बरसात में तेज प्रवाह के साथ पानी और मलबा सीधा लोगों के घरों में प्रवेश कर जाता है।
स्थानीय निवासी अरविन्द नेगी का कहना है कि अगले दो हफ़्तों में बरसात आने वाली है और अब भी लगभग 700-800 ट्रॉली मलबा रास्ते में पड़ा है।
जिसके कारण इस बार और बड़ा नुकसान होने की संभावना है।
क्या कहना है अधिकारियों का :——
सिंचाई विभाग के असिस्टेंट इंजीनियर दरवान सिंह सरियाल ने बताया कि मलबा हटाने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति मांगी जा रही है।
जिसके बाद फौरी राहत के तौर पर यह कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
इसका स्थायी समाधान एक लम्बी प्रकिया के बाद ही संभव है।
लोगों द्वारा अतिक्रमण किये जाने के प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के द्वारा अतिक्रमणकारियों को नोटिस दिए गये हैं
जिस पर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।