देहरादून : फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षा विभाग में नौकरी करने वाले एक व्यक्ति को डोईवाला पुलिस ने जाँच के बाद गिरफ्तार किया है।
यह व्यक्ति पुलिस की गिरफ्त से अभी तक फरार चल रहा था।
डोईवाला कोतवाली के सीनियर सब-इंस्पेक्टर मनमोहन सिंह नेगी से प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराध अनुसंधान विभाग खंड देहरादून के विशेष अन्वेषण दल (Special Investigation Team) के द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग उत्तराखंड में कार्यरत फर्जी शिक्षकों व अन्य समस्त शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की गयी।
SIT टीम द्वारा जांच में रा0 उ0 प्रा0 वि0 सुनार गांव खंड डोईवाला देहरादून में नियुक्त सहायक अध्यापक पुरुषोत्तम यादव के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच करने पर पाया कि यादव द्वारा नियुक्ति के समय शिक्षा विभाग को दिए गए अपने हाईस्कूल के अंकपत्र व प्रमाण पत्र फर्जी दिए गए।
इसके क्रम में SIT द्वारा आवश्यक कार्यवाही हेतु रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी गई ।
शिक्षा विभाग द्वारा एसआईटी जांच के आधार पर पुरुषोत्तम यादव की विभाग से सेवा समाप्ति कर थाना डोईवाला पर एफ आई आर हेतु प्रार्थना पत्र दिया गया।
पुरुषोत्तम यादव के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट अंक पत्र व प्रमाण पत्र व मूल निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए|
अभियुक्त अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ही अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहा था|
मुखबीर तंत्रों के माध्यम से पता करने पर पता चला कि अभियुक्त चांदपुर बिजनौर के आस पास का रहने वाला है ।
इस पर पुलिस द्वारा चांदपुर बिजनौर व आसपास के गांव मैं पूछताछ की गई तो अभियुक्त का मूल पता ग्राम रामपुर बिजनौर का होना पाया गया गांव में मालूम करने पर पता चला की अभियुक्त गांव से भी फरार चल रहा है तथा कभी-कभी घर में आता है।
मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त के निवास स्थान ग्राम रामपुर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश पर दबिश दी गई तथा अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया