पूर्व राष्ट्रपति और राज्यपाल ने किया देहरादून में लेखक गांव का उद्घाटन
Former President and Governor inaugurate Writer Village in Dehradun
देहरादून 26 अक्टूबर 2024 (रजनीश प्रताप सिंह तेज) :देहरादून के थानों गांव स्थित लेखक गांव का विधिवत्त उद्घाटन देश के पूर्व राष्ट्रपति और उत्तराखंड के राज्यपाल के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया
इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ,पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी ,लेखक प्रसून जोशी सहित देश विदेश केगणमान्य व्यक्ति ,लेखक ,रचनाकार ,साहित्यकार और स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहे
लेखक गांव की ऊर्जा से अभिभूत
जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी ने कहा कि “कल्याणी मधुरा, मोक्षप्रदा, देवी तत्र तत्र प्रसीद मे।”
गंगा भारत की वैदिक सनातन संस्कृति की प्राणसत्ता है
जिसकी उद्गमस्थली उत्तराखंड में है संस्कृत की जननी और हिमालय के प्रारंभ द्वार पर यह लेखक गांव बना है
भारत के पहले लेखक गांव में आकर अभिभूत हूँ
यहां विशिष्ट ऊर्जा और संवेदनाओं को महसूस कर रहा हूँ
उन्होंने कहा कि पुस्तकें जीवंत प्रतिमायें होती हैं जो जीवन के भ्रम,भय,अल्पता का निराकरण करती हैं
साहित्य और AI को लेकर चिंतन
सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन के अध्यक्ष पदम श्री प्रसून जोशी ने कहा कि साहित्य को लेकर अब AI की बात की जा रही है
वह गद्य पद्य की रचना कर सकता है
हम AI को हल्के में नहीं ले सकते हैं
यह पहली बार हो रहा है कि तकनीक स्वयं में वृद्धि कर सकती है
प्रतिदिन आपके जागने से पहले वह बेहतर हो जाती है
प्रसून जोशी ने कहा कि भारतीय दर्शन में विद्या और अविद्या का भेद बताया गया है
विद्या चिंतन मनन, स्वयं की खोज, ब्रह्म ज्ञान एवं आत्म साक्षात्कार कर सकती है
जबकि AI इस क्षेत्र में असफल होगी
Chief Minister Pushkar Singh Dhami
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने लेखक गांव की स्थापना कर एक महत्वपूर्ण कार्य किया है
लेखक गांव जल्द ही देश और दुनिया के मानचित्र पर आ जाएगा
यहां पर देश और दुनिया भर के साहित्यकारों का समागम हो रहा है
यह लेखक गांव साहित्यकारों को एक अद्वितीय मंच प्रदान करेगा
पुस्तक हमें खुराक देती हैं
वह समाज में सकारात्मक परिवर्तन को दिशा प्रदान करती हैं
आजादी के आंदोलन में भी साहित्यकारों की भूमिका रही है
इसी प्रकार उत्तराखंड आंदोलन में भी लेखक और कवियों का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान रहा है
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार साहित्यकारों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य कर रही है
सरकार के द्वारा उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान दिया जा रहा है
जिसमें साहित्यकारों को विशेष अनुदान दिया जा रहा है
उत्कृष्ट साहित्यकारों को साहित्य भूषण से सम्मानित किया जा रहा है
लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड और 5 लाख रुपए सम्मान राशि प्रदान की जा रही है
ताकि युवा पीढ़ी को साहित्य की ओर आकर्षित किया जा सके
विश्व गुरु, विकसित भारत बनाने में मील का पत्थर
देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा की पहली बार देश में लेखक गांव की स्थापना होने जा रही है
उन्होंने कहा कि डॉक्टर निशंक ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की कल्पना को धरातल पर सरकार किया है
उन्होंने कहा कि शब्दों में असीमित शक्ति होती है
वह निराश मन में नई ऊर्जा का संचार करते हैं
डॉक्टर निशंक की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड़ महामारी के बीच भी आईसीयू में भर्ती डॉक्टर रमेश पोखरियाल ने अपना लेखन कार्य जारी रखा
उन्होंने कहा कि कलाम की ताकत तलवार से ज्यादा होती है
हम शून्य से भी कुछ बनाना सिखाते हैं यह सृजनशीलता है
वर्तमान दौर में लेखन की परिभाषा बदल गई है
अब कंप्यूटर लैपटॉप वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर के द्वारा भी लेखन किया जा रहा है
उन्होंने कहा की लेखक गांव से रचना कर्मियों को प्रोत्साहन मिलेगा
यह भविष्य के रचनाकर्मियों के लिए एक नींव के रूप में कार्य करेगा
यह साहित्यकारों को विश्व स्तर पर पहचान बनाने में मददगार होगा
लेखक गांव भारत की विश्व गुरु, विकसित भारत बनाने में मील का पत्थर साबित होगा
Governor Gurmeet Singh
उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि लेखक गांव विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा
यहां आने वाला प्रत्येक साहित्यकार अपने आप में साहित्य का एक ब्रांड एंबेसडर होगा
उन्होंने कहा कि हिंदी में कहा जाता है रात गई बात गई अगर आपने अपने मन की बात को अंकित नहीं किया तो वह भुला दी जाती है
यह लेखक गांव संकल्प बद्ध होकर जीवन में आगे बढ़ाने की प्रेरणा देगा
उन्होंने कहा कि जल्द ही उत्तराखंड के 12 महत्वपूर्ण बड़े मुद्दों पर लिखने के लिए 12 लेखन के द्वारा कार्य किया जाएगा
10 लाख पुस्तकें
पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा की नई शिक्षा नीति 2020 पूरी दुनिया में गेम चेंजर का कार्य कर रही है
उन्होंने बताया कि नालंदा में 10 लाख पांडुलिपि 10 मंजिला भवन में रखी गई थी
यह पूरी दुनिया में अपने आप में अद्भुत था
डॉक्टर निशंक ने कहा कि किताबें जल सकती हैं लेकिन विचार नहीं जल सकते डॉक्टर निशंकने बताया कि नेशनल बुक ट्रस्ट के साथ ऑक्सफोर्ड की टीम ने मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग साइन किया है
इसके पहले चरण में एक लाख पुस्तक में लेखक गांव के पुस्तकालय में होगी
अगले 15 वर्षों तक लगभग 10 लाख पुस्तक लेखक गांव के पुस्तकालय में होगी
डॉक्टर निशंक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था की लेखक का सम्मान होना आवश्यक है
निराला जैसे साहित्यकारों की मृत्यु दीन हीन अवस्था में हुई
ऐसे में साहित्यकारों को एक अच्छा मंच प्रदान करने की बेहद आवश्यकता महसूस की गई इसके अनुरूप यह लेखक गांव बनाया गया है