
- जेल से छूटते ही शराब पीकर जंगल में हुड़दंग
- प्रेमनगर पुलिस ने दो दोस्तों को किया गिरफ्तार
- एक आरोपी हत्या के प्रयास में था जमानत पर
- सार्वजनिक स्थानों पर हुड़दंग बर्दाश्त नहीं
- दून पुलिस गंभीर मामलों पर रख रही नजर
देहरादून,18 जुलाई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज़ ) : जेल से जमानत पर छूटने की खुशी में शराब के नशे में जंगल में हुड़दंग मचाना दो दोस्तों को महंगा पड़ गया.
प्रेमनगर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें से एक हाल ही में ‘हत्या के प्रयास’ के आरोप में सात महीने जेल में बिताकर बाहर आया था.
दून पुलिस सार्वजनिक स्थानों पर हुड़दंग करने वालों पर कड़ी निगरानी रख रही है.
रिहाई की ‘पार्टी’ हुई धड़-पकड़ में खत्म
घटना गुरुवार शाम की है, जब एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर प्रेमनगर पुलिस टीम ढाकू वाली रोड के जंगल क्षेत्र में गश्त कर रही थी.
उन्होंने सड़क किनारे दो व्यक्तियों को शराब पीकर हुड़दंग मचाते देखा.
पूछताछ करने पर एक ने अपना नाम शिवा कश्यप (पुत्र श्री राजेश कुमार, निवासी विंग नं. 07, प्रेमनगर) और दूसरे ने अभिषेक कुमार (पुत्र श्री सोनू कुमार, निवासी विंग नं. 06, प्रेमनगर) बताया.
दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया.
हत्या के प्रयास का आरोपी, जमानत पर बाहर आते ही गिरफ्तार
पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ
आरोपी शिवा कश्यप सात महीने पहले प्रेमनगर थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के एक मामले (मु0अ0सं0-237/24, धारा 191(2)/115(2)/118/309(4) बीएनएस) में जेल गया था.
वह 17 जुलाई 2025 को ही जमानत पर रिहा होकर बाहर आया था.
अपनी रिहाई की खुशी मनाने के लिए, शिवा अपने दोस्त अभिषेक के साथ जंगल में पार्टी करने पहुंचा था, जहां उन्होंने शराब पीकर हुड़दंग करना शुरू कर दिया.
दून पुलिस की पैनी नज़र
एसएसपी देहरादून ने गंभीर अपराधों में संलिप्त अभियुक्तों पर लगातार सतर्क दृष्टि रखने के निर्देश दिए हैं.
साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने और हुड़दंग करने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने, तथा सुनसान स्थानों और खंडहरों जैसी जगहों पर नियमित गश्त कर सतत निगरानी रखने के आदेश भी दिए गए हैं.
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण:
शिवा कश्यप पुत्र श्री राजेश कुमार, निवासी विंग नं. 07, प्रेमनगर देहरादून
अभिषेक कुमार पुत्र श्री सोनू कुमार, निवासी विंग नं. 06, प्रेमनगर देहरादून
दून पुलिस ने एक बार फिर स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वे हाल ही में जेल से बाहर आए हों.