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AIIMS Rishikesh Corruption Charges : एम्स ऋषिकेश कथित भ्रष्टाचार मामले में CBI की 24 ठिकानों पर छापामारी

AIIMS Rishikesh Corruption Charges
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने ऋषिकेश के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में रोड़ स्वीपिंग मशीन की खरीद और एम्स में केमिस्ट शॉप के मामले में अनियमितता के आरोप में एम्स के फैकल्टी मेंबर और प्राइवेट कंपनी के खिलाफ दो अलग-अलग केस दर्ज किये हैं.
> एम्स ऋषिकेश में टेंडर प्रक्रिया उल्लंघन का मामला
> केमिस्ट शॉप के मामले में भ्रष्टाचार का है आरोप
> सीबीआई ने की कल 24 ठिकानों पर छापेमारी
> 5 अधिकारियों सहित बनाये गए हैं 7 आरोपी
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’

देहरादून : AIIMS Rishikesh Corruption Charges 

2 मुकदमे और 24 ठिकानों पर रेड

All India Institute of Medical Sciences एम्स ऋषिकेश और प्राइवेट कंपनी के खिलाफ भ्रष्टाचार के कथित मामले में सीबीआई ने दो अलग केस दर्ज किए हैं.

केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई CBI के द्वारा ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के फैकल्टी मेंबर और प्राइवेट कंपनी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं.
सीबीआई द्वारा उत्तराखंड,उत्तर-प्रदेश,हरियाणा और दिल्ली में अलग-अलग 24 ठिकानों पर छापेमारी की गई है.

टेंडर प्रक्रिया उल्लंघन का आरोप

आरोप है कि फुली ऑटोमेटिक रोड स्वीपिंग मशीन की टेंडर प्रक्रिया में सरकार द्वारा स्थापित नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रतिष्ठित कंपनी की निविदा को बोगस आधार पर खारिज करते हुए मामूली फर्म की निविदा को स्वीकार किया गया है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि फुली ऑटोमेटिक रोड स्वीपिंग मशीन की खरीदारी में 2.4 करोड़ रुपये और एम्स में केमिस्ट शॉप देने की निविदा में दो करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

फरवरी में किया जॉइंट सरप्राइज चेक 

गौरतलब है कि 3 फरवरी 2022 से 7 फरवरी 2022 के बीच सीबीआई ने एम्स के अधिकारियों के साथ फुली ऑटोमेटिक रोड स्वीपिंग मशीन की खरीदारी में टेंडर प्रक्रिया के व्यापक उल्लंघन के मामले में आरोपों की जांच के लिए एक जॉइंट सरप्राइस चेक किया था.

टेंडर इवेलुएशन कमेटी में डॉ बलराम जी ओमर , फैकल्टी इंचार्ज हॉस्पिटल स्टोर ,डॉ बृजेंद्र सिंह एचओडी एनाटॉमिकल साइंस ,डॉ अनूप अग्रवाल डीएमएस दीपक जोशी एकाउंट्स ऑफिसर, शशिकांत प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे. AIIMS Rishikesh Corruption Charges 

भ्रष्टाचार के मामले में 7 आरोपी 

जांच के आधार पर आईपीसी की धारा 120 बी ,धारा 420 के अलावा प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 के 13(2) और 13(1) के अंतर्गत सात आरोपी बनाए गए हैं.

जिनमें

(1) डॉ. बलराम जी ओमार, तत्कालीन एडिशनल प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रोबायोलॉजी एम्स ऋषिकेश

(2) डॉ. बृजेंद्र सिंह तत्कालीन प्रोफेसर और एचओडी डिपार्टमेंट ऑफ एनाटोमी ,एम्स ऋषिकेश

(3) डॉक्टर अनुभा अग्रवाल असिस्टेंट प्रोफेसर हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एम्स ऋषिकेश

(4) शशिकांत, तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी ,एम्स ऋषिकेश

(5) दीपक जोशी, तत्कालीन एकाउंट्स ऑफिसर, एम्स ऋषिकेश

(6) पुनीत शर्मा, प्रोपराइटर, मेसर्स PRO-MEDICS DEVICES, शकरपुर दिल्ली 

(7) अज्ञात लोक सेवक/प्राइवेट पर्सन

AIIMS Rishikesh Corruption Charges 

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