DehradunUttarakhand

जानिए डोईवाला का वह मंदिर जहां मीरपुर (पीओके) से पहुंची “पवित्र गुरु गद्दी”

अपने गुरु के प्रति अटूट श्रद्धा ही सच्चे भक्त की पहचान होती है.

ऐसी ही भक्ति भावना जुडी है देश की आजादी के पहले अविभाजित हिन्दुस्तान के मीरपुर की गुरु गद्दी श्री 108 गोस्वामी गुरु गोवर्धन बाला पूरी जी महाराज से.

वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम

यूके तेज से जुड़ने के लिये

वाट्सएप्प करें 8077062107

रजनीश प्रताप सिंह तेज

देहरादून : आजादी से पहले डोईवाला पहुंची गुरु गद्दी

श्री गोवर्धन बालापुरी मंदिर डोईवाला के स्वामी ब्रह्मानन्द सरस्वती बताते हैं कि अविभाजित हिन्दुस्तान के मीरपुर (वर्तमान में पाक-अधिकृत-कश्मीर का हिस्सा ) में श्री गोवर्धन बालापुरी मंदिर स्थित था.

वह मंदिर वर्तमान में झेलम डेम में जलमग्न हो चुका है.

वर्ष 1946 में मीरपुर से पवित्र गुरु गद्दी डोईवाला पहुंची डोईवाला चौक से हरिद्वार रोड पर कमला देवी द्वारा 4 बीघा संपत्ति मंदिर को दान स्वरुप दी गयी जिस पर वर्तमान में मंदिर विध्यमान है.

देश भर में हैं 30 से ज्यादा आश्रम

श्री गोवर्धन बालापुरी मंदिर डोईवाला के संचालक महात्मा निजानंद पुरी बताते हैं कि वर्तमान में अनंत विभूषित महामंडलेश्वर निर्भयानंद पुरी जी गुरु गद्दी पर विराजमान हैं.

देश के निरंजनी अखाड़े और शिव उपासना से मंदिर जुड़ा हुआ है.

देश भर में इस मंदिर से जुड़े 30 से अधिक आश्रम हैं.

जिनमें उत्तराखंड के अल्मोड़ा के ताकुल,हरिद्वार जनपद के कनखल स्थित परमधाम आश्रम,देश की राजधानी दिल्ली के शास्त्रीनगर और नजफगढ़,हरियाणा के अंबाला के दो सड़का,बिहार के सासाराम और रांची के अलावा जम्मू और कश्मीर में स्थित आश्रम प्रमुख हैं.

बैसाखी पर वार्षिक कार्यक्रम

महात्मा निजानंद पुरी बताते हैं कि प्रत्येक वर्ष बैसाखी के पर्व पर सालाना बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसमें देश के विभिन्न भागों से श्रद्धालू और अनुयायी जुटते हैं.

इस वर्ष भी 14 अप्रैल को बैसाखी के अवसर पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें अंबाला,दिल्ली सहित विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालू पहुंच रहे हैं.

 

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!