सौंग नदी में बहने से बाल-बाल बचे समाजसेवी राजबीर खत्री और पंडित रमेश डंडरियाल
Social worker Rajbir Khatri and Pandit Ramesh Dandariyal narrowly escaped drowning in the Song River

देहरादून,16 सितम्बर 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : आज डोईवाला में एक बड़ा हादसा होने से बच गया डोईवाला के प्रसिद्द समाजसेवी राजबीर खत्री और पंडित रमेश डंडरियाल आज उफनती सौंग नदी में बहने से बाल-बाल बचे.
हालांकि इन हादसे में राजबीर खत्री घायल हुए हैं
जबकि पंडित रमेश डंडरियाल को सामान्य चोट आयी है.
क्या है पूरा मामला ?
बीती रात देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटना बताया जा रहा है.
जिसके चलते आज सौंग नदी अपने पूरे उफान पर है.
इसी के नजदीक डोईवाला का मोक्षधाम स्थित है.
मोक्षधाम में भरा बरसाती पानी
बीती रात से लगातार बारिश के चलते मोक्षधाम में पानी भर गया.
ऐसे में राजबीर खत्री मोक्षधाम पहुंचे.
जहां उन्होंने कुत्ते के बच्चों को पानी में परेशान होते देखा.
इसलिए राजबीर खत्री ने पानी की निकासी को सोचा.
मोक्षधाम का गेट खोलने पर दुर्घटना
मोक्षधाम में एक छोटा गेट लगाया गया है.
जो सीधा सौंग नदी से कुछ मीटर की दुरी पर खुलता है.
इसी छोटे गेट पर कुछ छोटी लकड़ी इत्यादि के अड़ने से पानी की निकासी बाधित थी.
जिसके लिए राजबीर खत्री ने चाबी से गेट खोलने की कोशिश की.
उसी वक़्त अग्रवाल धर्मशाला के पंडित रमेश डंडरियाल ऊपरी हिस्से में पितृ कर्म करवा रहे थे..
वह भी छोटे गेट के पास पहुंच गए.
जैसे ही राजबीर खत्री ने गेट का ताला खोला.
पानी तेज वेग से बाहर निकला जिसके साथ राजबीर खत्री तेज झटके से बह निकला.
लेकिन पंडित रमेश डंडरियाल ने राजबीर खत्री को कमर से कस कर पकड़ लिया.
मीटर भर की दुरी पर उफनती सौंग नदी थी.
जिसमें दोनों की गिरने के खतरा था.
लेकिन तभी पानी के साथ फिसलते पंडित रमेश डंडरियाल ने सूझबूझ का परिचय देते हुए अपने पैर को एक पेड़ से अटका दिया.
जिससे दोनों वहीं रुक गये.
दोनों हुये घायल
इस दुर्घटना में राजबीर खत्री का दांया हाथ फ्रैक्चर हो गया बताया जा रहा है.
जिसे तुरंत हिमालयन हॉस्पिटल ले जाया गया है.
जहां X-Ray किया गया है.
पंडित रमेश डंडरियाल के गुम चोट और कुछ खरोंचे आयी हैं.
बहरहाल दोनों ही व्यक्ति मौत के मुँह में जाते-जाते बाल-बाल बच गये.