“दिल्ली तलब किये जाने पर” क्या कहा कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने
उत्तराखंड विधानसभा में भर्ती से उपजे विवाद को लेकर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मीडिया के सामने बयान देकर उनके दिल्ली तलब किये जाने के मामले पर स्थिति साफ़ की है.
> नियोजित तरीके से उनके खिलाफ चल रहा मामला
> कुछ लोग दे रहे विधानसभा मामले को बेवजह हवा
> सभी विधानसभा भर्ती नियमानुसार व योग्यतानुसार
> विधसानसभा अध्यक्ष को मैनपावर रखने का है अधिकार
> 2 सितम्बर यानि कल दिल्ली जायेंगें मंत्री प्रेमचंद
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
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* अच्छे काम की कहीं नही हो रही चर्चा
* लगातार कार्यक्रमों में उपस्थित हो रहा
* दिल्ली तलब की उड़ायी जा रही हवा
देहरादून : एक कार्यक्रम में भाग लेने मसूरी पहुंचे कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने उनके विधानसभा स्पीकर रहते हुए की गयी भर्ती के मामले में मीडिया को विस्तार से जवाब दिया है.
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा ,”कहा गया कि मुझे तलब कर लिया गया और मैं आपके सामने यहां खड़ा हूँ विधानसभा में मुझे अनेकों मित्रों ने पूछा कि आपको दिल्ली तलब कर लिया गया
मैंने कहा मैं तो विधानसभा में बैठा हूँ अभी मैं मसूरी में आपके सामने खड़ा हूँ इस समय सुबह के 10:30 बज रहे हैं.
आप अंदाज़ लगा सकते हैं किस प्रकार नियोजित तरीके से यह कार्यक्रम सब चल रहा था.
पिछले दिन मैं सुबह डोईवाला में एक कार्यक्रम में था हमारे बच्चों ने जो 31 पदक हासिल किए हैं उनके सम्मान के कार्यक्रम में था फिर मैं गणेश उत्सव के कार्यक्रम में था फिर एक अन्य कार्यक्रम में ऋषिकेश में था.
उसके बाद मैं अभी देहरादून में एक मीटिंग करने के बाद फिर मैं आपके सामने मसूरी में हूं और मुझे बताया गया कि मैं दिल्ली में तलब कर लिया गया हूं.
इससे अंदाज लगा सकते हैं कि किस प्रकार से मेरे खिलाफ यह सब चल रहा है.
ठीक है आने वाले समय में सब स्पष्ट होगा मैं ऐसे मित्रों का भी धन्यवाद करना चाहता हूं जिनकी मेरे ऊपर बड़ी कृपा रहती है.
मैं पहले बता चुका हूं पूरी तरह से बहुत अच्छे ढंग से मैं कह चुका हूं मैं फिर बता रहा हूं कि एक (विधानसभा) अध्यक्ष की हैसियत से मुझे संचालन कैसे करना है.
विधानसभा अध्यक्ष की वह जिम्मेदारी रहती है और आवश्यकता अनुसार मैन पावर यदि हमें रखना होता है तो नियम अनुसार और योग्यता अनुसार रखने का काम किया है.
अब आप देखें की गैरसैण को आपने ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है यदि हमें उनकी मैनपावर की आवश्यकता है तो हम कैसे करेंगे.
आज भी वहां पर हमारे लोग हैं उसी जगह पर वही मैनपावर जिसको मैंने उस समय दिया था वहां पर सेवा दे रहे हैं काम कर रहे हैं.
यानी कुल मिलाकर कुछ चीजें ऐसी हैं जो अभी बताने की मुझे आवश्यकता लग नहीं रही है समय आने पर बताऊंगा
लेकिन यह बात सच है कि पहली बार उत्तराखंड के अंदर पहली बार विधानसभा के अंदर मेरे द्वारा एग्जाम भी कराया गया इसकी चर्चा कहीं नहीं हो रही है जो कि पारदर्शी तरीके से एग्जाम जिन बच्चों ने दिया है.
लगभग 8000 से ऊपर लोग हैं जिन्होंने एग्जाम दिया और उनको हमने एग्जाम कराया किसी कारण से कोई व्यक्ति जैसा कि मुझे जानकारी है हाई कोर्ट गया है उस कारण से अभी रिजल्ट नहीं आया है तो उसके Appreciation कि कहीं बात नहीं हो रही है.
मतलब नियोजित तरीके से इस प्रकार से कुछ लोग इस को हवा दे रहे हैं जैसा कि आजकल दिल्ली तलब कर लिया गया है.
उन्होंने कहा कि,” दिल्ली तो मुझे जाना ही है दिल्ली में भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों की बैठक है जिसमें मुझे मुख्यमंत्री द्वारा भाग लेने के लिये नामित किया गया है.
यदि मैं 1 तारिख को जाता तो फिर हवा उड़ जाती लेकिन 2 सितम्बर को दोपहर 2:30 बजे दिल्ली में बैठक के लिये मैं जा रहा हूँ”.