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ये हैं उत्तराखंड के “टॉप-10 कालनेमि” के किस्से,कोई Dr तो कोई बना था IAS

These are the stories of Uttarakhand's "Top-10 Kalanemis", some became doctors and some became IAS

 

देहरादून,7 सितम्बर 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के पुलिस महानिरीक्षक नीलेश आनंद भरणे ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से “ऑपरेशन कालनेमि” से जुड़े आंकड़े और किस्से साझा किये.

उन्होंने बताया कि किस तरह से उत्तराखंड सरकार के निर्देश पर यह ऑपरेशन पूरे सूबे में चलाया गया.

श्री भरणे ने कहा कि “इस ऑपरेशन से समाज में सकारात्मक संदेश दिया है कि उत्तराखण्ड पुलिस किसी भी ऐसे तत्व को बख्शने के पक्ष में नहीं है, जो देवभूमि की पवित्रता और जनता की आस्था के साथ छल करता है.

पुलिस का यह संदेश स्पष्ट है कि समाज और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी”

पुलिस ने अपनी सफलता के समर्थन में आंकड़ों के साथ ही 10 सफल किस्सों का जिक्र किया है.

Top 10 Sucess stories of “Operation Kalnemi”

तो आइये देखते हैं,जानते हैं उत्तराखंड के टॉप-10 कालनेमि किस्से

पहला किस्सा

कालनेमि का IAS रूप 

यह मामला टिहरी गढ़वाल का है.

एक व्यक्ति ने खुद को आईएएस अधिकारी बताकर एक कारोबारी से ₹2.55 लाख की ठगी की.

दरअसल उसने गेस्ट हाउस का नक्शा पास कराने का झूठा वादा किया था.

पुलिस ने साइबर और तकनीकी माध्यमों का इस्तेमाल किया.

आखिरकार इस धोखेबाज को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया.

दूसरा किस्सा –

वेश बदलकर रह रहा बांग्लादेशी डॉक्ट

यह मामला देहरादून के सेलाकुई का है.

पुलिस को एक बांग्लादेशी नागरिक के बारे में गोपनीय सूचना मिली,

जो अपनी पहचान छिपाकर ‘अमित कुमार’ नाम से फर्जी डॉक्टर बनकर रह रहा था.

जानकारी मिली कि वह 2017 में भारत में अवैध रूप से घुसा था.

पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र और अन्य तरीकों से आखिरकार उसे गिरफ्तार किया.

उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए.

तीसरा किस्सा

धार्मिक वेश में दुष्कर्मी

यह मामला हरिद्वार का है.

चंडीघाट में पुलिस को भगवान शिव का वेश धारण किए एक संदिग्ध व्यक्ति मिला.

पूछताछ में पता चला कि वह एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म सहित कई गंभीर मामलों में वांछित था.

धार्मिक वेशभूषा के बावजूद भी वह पुलिस की पैनी नजर से बच नही पाया.

और धरा गया.

Top 10 Sucess stories of “Operation Kalnemi”

चौथा किस्सा

20 साल बाद हुआ मिलन

“ऑपरेशन कालनेमि” अपने आप में कईं रंग समेटे हुए है.

इसमें से एक रंग “मिलन” का भी है.

वो भी अपनों से मिलन,बरसों के बाद.

तो ये मामला है हरिद्वार जिले के पिरान कलियर का.

यहां पुलिस ने एक बहरूपिया पकड़ा.

जो जादू-टोना कर रहा था.

जांच में पता चला कि वह 20 साल से लापता था.

पुलिस ने उसके गृह जिले से संपर्क किया.

उसके परिजनों को ढूंढकर उससे मिलवाया,

जिससे एक बिछड़ा हुआ परिवार फिर से मिल सका.

पांचवां किस्सा

अंतर्राष्ट्रीय कट्टरपंथी संगठन से जुड़ा आरोपी

यह मामला देहरादून के रानीपोखरी का है.

जहां धर्मांतरण के मामले में एक शख्स पुलिस के रडार पर आया.

गिरफ्तार किए गए आरोपी का संबंध कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय कट्टरपंथी संगठन HIZB-UT-TAHIR (HUT) से होने का खुलासा हुआ.

छठा किस्सा

साधु के वेश में अवैध घुसपैठिया

‘ऑपरेशन कालनेमि’ के दौरान पुलिस को एक व्यक्ति साधु के वेश में भीख मांगता हुआ मिला.

जब पुलिस ने उसे रोका, तो वह हिंदी नहीं बोल पा रहा था.

जब पुलिस ने दुभाषिए की मदद से पूछताछ की.

तो पता चला कि वह अवैध रूप से भारत में रह रहा बांग्लादेशी नागरिक है.

Top 10 Sucess stories of “Operation Kalnemi”

सातवां किस्सा

पहचान छिपाकर ‘लव जिहाद’

देहरादून के सेलाकुई का मामला है ये.

एक व्यक्ति, इफराज अहमद लोलू, को पकड़ा गया.

वह खुद को ‘राज आहूजा’ नाम के एक अमीर व्यक्ति के रूप में पेश कर भोली-भाली लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाता था.

उसकी पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया.

और उसे दोबारा हिरासत में लेकर उसके धोखे का पर्दाफाश किया.

आठवां किस्सा

यह मामला हरिद्वार के प्रसिद्द स्थल पिरान कलियर का है.

यहां बांग्लादेशी घुसपैठिए को हिरासत में लिया गया.

पिरान कलियर में उर्स के दौरान पुलिस ने सत्यापन अभियान चलाया,

जिसमें दो बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया.

एक आरोपी पहले भी अवैध रूप से भारत में प्रवेश के आरोप में जेल जा चुका था.

इन दोनों को डिटेंशन सेंटर भेजा गया है,

जहाँ से उन्हें उनके देश वापस भेजा जाएगा.

नौंवा किस्सा

फर्जी तांत्रिकों पर शिकंजा

यह मामला हरिद्वार के ज्वालापुर का है.

पुलिस ने दो फर्जी तांत्रिकों को गिरफ्तार किया,

आरोप है ये तांत्रिक लोगों की समस्याओं को दूर करने के नाम पर उनसे लाखों रुपए की ठगी कर चुके थे.

उनके पास से अवैध हथियार भी बरामद हुए,

जिससे उनके असली इरादों का पता चला.

दसवां किस्सा

अंतर्राष्ट्रीय धर्मान्तरण गिरोह

यह देहरादून का मामला है.

थाना प्रेमनगर में एक शिकायत के बाद पुलिस ने एक ऐसे अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया.

जो सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों का ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन कराता था.

इस गिरोह के सदस्य लड़कियों को पैसे और अन्य प्रलोभन देते थे.

पुलिस ने इस मामले में कई आरोपियों की पहचान की है,

जिनके खिलाफ वारंट जारी किए गए हैं साथ ही, दुबई में रह रहे एक आरोपी के खिलाफ ‘लुक आउट सर्कुलर’ भी जारी किया गया है.

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