उत्तराखंड के स्कूल क्लर्क ने “बच्चों की फीस” के नाम पर की 10000000 रुपियों से अधिक की धोखाधड़ी
Uttarakhand school clerk defrauds more than 10000000 rupees in the name of "children's fees"

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के एक स्कूल में बच्चों की फीस के नाम पर 1 करोड से अधिक की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है
इस मामले में स्कूल की ही एक महिला क्लर्क पर आरोप है
जिसे पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच के बाद गिरफ्तार कर लिया है
कहां का है यह मामला ?
बच्चों की स्कूल फीस के नाम पर धोखाधड़ी का यह मामला अल्पाइन पब्लिक स्कूल का है
यह स्कूल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है
कैसे हो गयी 1 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी ?
यह मामला सितम्बर 2024 में प्रकाश में आया
जिसके बाद अल्पाइन पब्लिक स्कूल की प्रबंधक डॉ0 जया पटेल द्वारा अल्पाइन स्कूल में बच्चों की फीस जमा करने के नाम पर धोखाधड़ी करने के सम्बन्ध में एक लिखित तहरीर दी गयी,
जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि श्रीमती अनुराधा ( लिपिक अल्पाइन पब्लिक स्कूल ) द्वारा अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर षडयंत्र किया गया
जिसके तहत इन लोगों ने स्कूल की फर्जी फीस रसीद तैयार की
इन फर्जी स्कूल फीस रसीद के माध्यम से 1 करोड़ 9 लाख 12 हजार 143 रु0 की धोखाधड़ी की गयी।
मुकदमा दर्ज,जांच और गिरफ्तारी
तहरीर के आधार पर इस मामले में पुलिस द्वारा अनुराधा व अन्य खिलाफ कोतवाली उत्तरकाशी में एक मुदकमा दर्ज किया गया
यह मुकदमा भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(4), 318(4), 336(3), 338, 340(2), 61(2) में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
फर्जीवाडे के उक्त मामले की गम्भीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी द्वारा पुलिस अधिकारियों को मामले में निष्पक्ष जांच के दिशा-निर्देश दिये गये।
पुलिस टीम द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच की गयी
इस जांच के दौरान पुलिस ने स्कूल से प्राप्त फीस रसीदों, रजिस्ट्ररों, बैंक स्टेटमेंट, घटना स्थल का निरीक्षण किया
इसके साथ ही पुलिस ने बच्चों,अभिभावकों व मामले से जुडे अन्य लोगों के बयान लिए
इस पूछताछ व अन्य माध्यमों से पुलिस ने साक्ष्य जुटाये
जांच और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने इस मामले में मुख्य अभियुक्ता अनुराधा को कल 1.10.2024 को गिरफ्तार किया गया।
कौन है आरोपी ?
स्कूल फीस की बड़ी रकम की धोखाधड़ी की आरोपी अनुराधा नाम की महिला है
जिसकी उम्र 42 वर्ष है
वह अल्पाइन पब्लिक स्कूल की क्लर्क है
वह वर्तमान में उत्तरकाशी में रह रही थी