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डोईवाला शुगर मिल के ईडी मनमोहन रावत हुए रिटायर,जानिए उनसे जुडी 4 बड़ी बातें

डोईवाला शुगर मिल में अपना लंबा कार्यकाल पूरा करने वाले

अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत आज सेवानिवृत्त हो गए

उन्हें किसान नेताओं सहित शुगर मिल कर्मचारी

व राजनैतिक संगठनों के लोगों ने ससम्मान विदाई दी

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Rajneesh Saini

देहरादून : डोईवाला शुगर कंपनी लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनमोहन सिंह रावत आज सेवानिवृत्त हो गए हैं
आइए जानते हैं उनसे जुड़े कुछ बड़ी बातें

देहरादून की चकराता रोड का चौड़ीकरण

पीसीएस अधिकारी मनमोहन सिंह रावत देहरादून के एसडीएम रह चुके हैं

इसी दौरान उन्होंने बेहद सख्ताई के साथ देहरादून के दिल कहे जाने वाले

घंटाघर पर स्थित मशहूर मिठाई की दुकान ‘कुमार स्वीट शॉप’

को हटाने से लेकर चकराता रोड के चौड़ीकरण को बखूबी अंजाम दिया

उन्होंने तमाम प्रकार के पॉलिटिकल प्रेशर को दरकिनार करते हुए डटकर अपनी ड्यूटी निभाई

वह देहरादून वासियों को एक खुली चकराता रोड़ का तोहफा देने के लिये जाने जाते हैं

सपा नेता को दिया न्याय

मनमोहन सिंह रावत एक पीसीएस अधिकारी के रूप में जहां कड़क छवि के लिए जाने गए

वही उनकी न्याय करने की बानगी भी देखने को मिलती है

विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों को लेकर सक्रिय रहने वाले

डोईवाला के रहने वाले समाजवादी पार्टी के नेता फुरकान अहमद कुरेशी को

तत्कालीन पुलिस अधिकारी अजय रौतेला के द्वारा जिला बदर कर दिया गया था

बाकायदा फुरकान अहमद कुरैशी के घर पर इसका नोटिस भी चस्पा कर दिया गया था

लेकिन यह मामला जब मनमोहन सिंह रावत के सामने पहुंचा

तो एक मजिस्ट्रेट के रूप में उन्होंने जिला बदर के आदेश को खारिज कर दिया था

फुरकान अहमद कुरैशी आज भी उनकी न्यायप्रियता के कायल हैं

चीनी रिकवरी में हुई बढ़ोतरी

डोईवाला शुगर कंपनी लिमिटेड के अधिशासी अधिकारी के रूप में जब उन्होंने कार्यभार संभाला

तब चीनी की रिकवरी 7 से 8 किलो प्रति कुंतल थी

लेकिन इनके द्वारा गन्ना किसानों को उन्नत किस्म की फसल उगाने के लिए प्रेरित किया गया

जिससे यह रिकवरी बढ़कर 9 किलो प्रति कुंतल तक आ गई

चीनी की बढ़ी हुई रिकवरी को मनमोहन सिंह रावत की एक उपलब्धि के तौर पर देखा जाता है

आठ साल का बेदाग अधिशासी निदेशक का कार्यकाल

मनमोहन सिंह रावत के सेवानिवृत्ति के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में

किसान नेताओं ने कहा की आमतौर पर किसी

अधिशासी निदेशक का कार्यकाल 2 वर्ष औसत रूप से होता है

एक पार्टी की सरकार जाने के बाद फिर दूसरी पार्टी

की सरकार में अधिशासी निदेशक बदल जाया करते हैं

परंतु मनमोहन सिंह रावत एक ऐसे एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के रूप में रहे

जिन्होंने लगभग 8 वर्ष डोईवाला शुगर कंपनी लिमिटेड के

ईडी के रूप में बिताए और वो भी बेदाग।

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