देहरादून, 01 दिसंबर 2024 (रजनीश प्रताप सिंह तेज) : देहरादून पुलिस ने पटेल नगर क्षेत्र में हुई एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है।
पुलिस ने घटना में संलिप्त दो आरोपियों में से एक को गिरफ्तार किया है,
जबकि दूसरा आरोपी अभी भी फरार है।
Dehradun Police arrested one accused for the murder of property dealer.
कब और कैसे हुआ कत्ल ?
30 नवंबर 2024 की सुबह पटेल नगर थाने को यमुनोत्री विहार फेज-2 स्थित एक किराए के मकान में एक व्यक्ति की संदिग्ध मौत की सूचना मिली।
मृतक की पहचान मंजेश कुमार (42 वर्ष), निवासी हरिद्वार के रूप में हुई,
जिसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी।
पुलिस इन्वेस्टीगेशन शुरू
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर पुलिस टीम ने तत्काल मामले की जांच शुरू की।
मकान मालिक प्रदीप कुमार बौडीयाल से पूछताछ में पता चला कि उनके मकान के ऊपर के कमरे में सचिन और अर्जुन नाम के दो व्यक्तियों का आना-जाना था।
मर्डर की प्लानिंग
पुलिस की जानकारी के अनुसार, दोनों आरोपियों ने मंजेश की 38 लाख रुपये की संपत्ति हड़पने की साजिश रची थी।
अर्जुन ने सचिन को बताया था कि मंजेश के पास काफी पैसा है और उसकी प्रॉपर्टी का सारा काम वह खुद देखता है।
क्या हुआ हत्या की रात ?
29 नवंबर की रात दोनों आरोपियों ने मंजेश को अर्जुन के कमरे में बुलाया।
तीनों ने शराब पी और जब मंजेश बाहर निकला, तो उसका गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर के आधार पर सचिन और अर्जुन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
थाना पटेलनगर और SOG की टीमों ने संयुक्त अभियान चलाया।
और एक हत्यारोपी हुआ गिरफ्तार
देहरादून पुलिस की टीम ने इस हत्याकांड के अभियुक्त सचिन को आशारोड़ी के पास के जंगल से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में उसने अपने साथी अर्जुन के साथ मिलकर मंजेश की हत्या करने की बात स्वीकार की।
पूर्व का क्राइम कनेक्शन
दोनों आरोपी पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
सचिन पहले एक हत्या के मामले में जेल जा चुका है,
जबकि अर्जुन वर्ष 2019 में डोईवाला में एक हत्या के मामले में जेल गया था।
वर्तमान स्थिति
पुलिस अभी भी दूसरे आरोपी अर्जुन की गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है।
जांच अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
किसे किया गया गिरफ्तार ?
नाम: सचिन कुमार
पिता: स्व. नरेश कुमार
निवास: भगवानपुर, हरिद्वार
उम्र: 29 वर्ष
यह घटना अपराधियों की लालच और बेरहम योजना का एक बेहद चौंकाने वाला उदाहरण है, जहां पैसे के लोभ ने एक निर्दोष व्यक्ति की जान ले ली।