Dehradun

“मेरा रंग दे बसंती चोला” गीत के साथ शहीद भगत सिंह,सुखदेव और राजगुरु के शहादत दिवस पर डोईवाला में हुआ कार्यक्रम

Under the aegis of Shri Guru Nanak Dev Welfare Society,program held in Chandmari, Doiwala on the martyrdom day of Shaheed Bhagat Singh, Sukhdev and Rajguru.

श्री गुरु नानक देव वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा आज डोईवाला के चांदमारी स्थित शहीद भगत सिंह चौक पर शहीदे-ए-आजम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहादत दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

वीडियो देखने के लिये You Tube पर UKTEZ टाइप करें अथवा ऊपर क्लिक करें

वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम

यूके तेज से जुड़ने के लिये

वाट्सएप्प करें 8077062107

रजनीश प्रताप सिंह तेज

देहरादून : “मेरा रंग दे बसंती चोला”

कार्यक्रम में सिंगर ,महेश लखेडा के द्वारा “मेरा रंग दे बसंती चोला” गीत को पूरे जोश के साथ प्रस्तुत किया तो सभी ने उनके सुर में सुर मिलाते हुए इस गीत के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.

शहीदों के विचारों पर हो कार्यशाला और प्रतियोगिता

इस अवसर पर किसान सभा मण्डल उपाध्यक्ष जाहिद अंजुम ने कहा कि आज हम शहीद भगत सिंह का 93 शहादत दिवस मना रहे हैं.

हमारी वर्तमान पीढ़ी को क्रांतिकारियों की शहादत से अवगत कराने के लिए शहीदों के विचारों पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जाना चाहिए.

इसके साथ ही जाहिद अंजुम ने सुझाव दिया कि छात्रों और युवाओं के बीच में शहीदों को लेकर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना चाहिए.

कयामत तक क्रांतिकारियों को ऊर्जा देता रहेगा नारा

जाहिद अंजुम ने कहा कि हम सभी को चाहिए कि हम शहीद भगत सिंह के विचारों को आगे बढ़ाएं उनके विचारों का निचोड़ है कि वह जुल्म के खिलाफ खड़े हुए.

हम सभी को चाहिए कि हम भी जहां जुल्म देखें हम उसके खिलाफ खड़े हो.

116 दिन जेल में रहने के बाद उन्हें फांसी पर लटकाया गया.

शहीद भगत सिंह द्वारा अपनी शहादत से पहले जो द्वारा दिया गया वो कयामत तक क्रांतिकारियों को ऊर्जा देता रहेगा और वह नारा था “इंकलाब जिंदाबाद”

घर लौट के वापस ना आए..जो देश बचाने निकले थे

भारतीय सेना से सेवानिवृत्त सरदार जरनैल सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि श्री गुरु नानक देव वेलफेयर सोसायटी समाज और देश के हित में निरंतर कार्य कर रही है शहीदों की याद में आयोजित यह कार्यक्रम सराहनीय है.

सरदार जरनैल सिंह ने अपने संबोधन का समापन कुछ इस तरह किया.

कहने को तो धरती अपनी थी
पर भोजन का ना एक निवाला था
सूरज तो उगता था हर दिन पर हर घर घर में अंधेरा था
वैशाखी का पर्व मनाने जो घर घर से दीपक निकले थे
अपने घर लौट के वापस ना आए जो देश बचाने निकले थे

जो देश बचाने निकले थे

आज भी जरुरत है भगत सिंह की

आज भी जरूरत है भगत सिंह की कांग्रेसी नेता मोहित उनियाल ने कहा कि जब जब किसी के अधिकारों को कुचला जाता है तब तक इस देश में भगत सिंह जन्म लेते रहेंगे और आज भी हमें देश में भगत सिंह की जरूरत है.

वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा

भाजपा नेता विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने कहा था कि

मैं रहूं ना रहूं पर यह वादा है मेरा तुझसे
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा

हमें हमेशा भगत सिंह जैसे देशभक्तों की आवश्यकता रहेगी देश और समाज के हित में जब भी निर्णय लेने की बात आएगी तो किसी ना किसी को भगत सिंह बनना पड़ेगा.

गन्ना सहकारी समिति के अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने कहा कि क्रांतिकारियों के बलिदान की वजह से ही आज हम आजादी की सांस ले पा रहे हैं

कृषक नेता उमेद बोरा ने कहा कि हमें क्रांतिकारियों के बलिदान को भूलना नहीं चाहिए देश को आगे ले जाने के लिए देश को सर्वोपरि मानते हुए क्रांतिकारियों का भरपूर सम्मान होना चाहिए

सरदार हरबंस सिंह ने कहा कि हमें क्षेत्रवाद धर्म जाति पंथ से ऊपर उठकर देश के प्रति कार्य करना चाहिए

ये रहे प्रमुख रूप से उपस्थित

शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन सरदार अमरिंदर सिंह और अध्यक्षता सरदार हरबंस सिंह ने की.

कार्यक्रम में श्री गुरु नानक देव वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष सरदार बलबीर सिंह ,मोहित उनियाल,किसान सभा मण्डल उपाध्यक्ष ज़ाहिद अंजुम, मण्डल सचिव याक़ूब अली, गन्ना सोसायटी चेयरमैन मनोज नौटियाल, उमेद बोरा,रणबीर सिंह चौहान, विक्रम सिंह,जरनैल सिंह ,रजनीश प्रताप सिंह ,प्रेम सिंह,महेश लखेड़ा,हरबंश सिंह,अवतार सिंह,सभासद गौरव मल्होत्रा ,मलकीत सिंह, रणजीत सिंह, ,गुरमीत सिंह, गुरेन्द्र सिंह,नरेन्द्र सिंह,ताजेन्द्र सिंह आदि  उपस्थित थे.

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!