बैकफुट पर आया डोईवाला का प्रेसीडेंसी स्कूल,फीस घटाने को दिया लिखित पत्र
Presidency School of Doiwala came on backfoot, gave written letter to reduce fees

देहरादून,30 मई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशों के अनुपालन में, देहरादून जिला प्रशासन District Magistrate Savin Bansal के नेतृत्व में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर पर लगातार प्रहार कर रहा है.
अभिभावकों से फीस के नाम पर मनमानी वसूली की शिकायतों पर जिला प्रशासन की निरंतर कार्रवाई से जहाँ बड़े-बड़े निजी स्कूलों के हौसले पस्त हुए हैं, वहीं उनके फीस बढ़ोतरी के खेल का भी भंडाफोड़ हुआ है.
जिला प्रशासन ने फीस बढ़ोतरी पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई हुई है.
फीस घटाने को मजबूर हुए नामी स्कूल:
जिला प्रशासन के कड़े रुख और निरंतर प्रवर्तन की कार्यवाही से अब नामी-गिरामी निजी स्कूलों के तेवर ढीले पड़ गए हैं.
स्कूल प्रबंधन अब अपनी फीस घटाने को मजबूर हो रहे हैं.
ताजा मामला भानियावाला स्थित ‘द प्रेसिडेंसी इंटरनेशनल स्कूल’ का है, जिसके प्रबंधन ने लिखित रूप से स्कूल फीस कम करने का पत्र जिला प्रशासन को सौंपा है.
प्रशासन की दृढ़ इच्छाशक्ति के आगे अब शिक्षा माफियाओं के हौसले नहीं टिक पा रहे हैं, जिससे जिले के कई प्रतिष्ठित स्कूल अब मनमानी फीस बढ़ोतरी पर बैकफुट पर आ गए हैं.
जैसे ही जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई, धीरे-धीरे स्कूल फीस बढ़ोतरी का यह मनमाना खेल खुलने लगा.
द प्रेसिडेंसी इंटरनेशनल स्कूल पर गिरी गाज:
द प्रेसिडेंसी इंटरनेशनल स्कूल, भानियावाला का मामला इसका ज्वलंत उदाहरण है
इस स्कूल के खिलाफ 100 से अधिक अभिभावकों ने फीस बढ़ोतरी की शिकायत दर्ज कराई थी.
जाँच में यह भी सामने आया कि स्कूल बिना मान्यता नवीनीकरण के संचालित हो रहा था, जिस पर प्रशासन ने ₹5,20,000 (पाँच लाख बीस हजार रुपये) का भारी जुर्माना भी लगाया था.
अब, स्कूल प्रबंधन ने जिला प्रशासन को लिखित रूप से फीस कम करने का पत्र देकर अपनी गलती स्वीकार की है.
यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश है कि अब मनमानी फीस वसूली और नियमों का उल्लंघन स्वीकार्य नहीं होगा.
जिला प्रशासन की यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी, ताकि अभिभावकों को राहत मिल सके और शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके.