Video : देहरादून के आकाश में 300 से अधिक ड्रोन ने किया आकर्षक लाइट शो
Over 300 drones put on a spectacular show in the Dehradun skies to mark the Silver Jubilee.

देहरादून : आज देहरादून के आकाश में अद्भुत नजारा देखने को मिला राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती पर 300 ड्रोन ने एक बेहद आकर्षक शो किया.
रात के अंधियारे में जगमगाते ड्रोन ने कमाल कर दिया.
तकनीकी कुशलता से परिपूर्ण इस शो ने राज्य के सिल्वर जुबली को और भी यादगार बना दिया.
आज देहरादून में उत्तराखंड राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक भव्य ड्रोन लाइट शो का आयोजन किया गया.
उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (Uttarakhand Civil Aviation Development Authority) द्वारा यह आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक पहचान और प्राकृतिक सौंदर्य को प्रदर्शित किया गया.
इसके साथ ही, यह आयोजन राज्य में नवाचारपूर्ण पर्यटन प्रोत्साहन और उभरती हवाई तकनीक की दिशा में एक नई पहल के रूप में भी देखा गय.
इस अद्भुत कार्यक्रम में “मेक इन इंडिया” (Make In India) के तहत निर्मित 300 से अधिक ड्रोन शामिल हुए,
जिन्होंने आकाश में दर्जनों आकर्षक आकृतियाँ बनाकर वातावरण को आलोकित कर दिया।
शो की शुरुआत देवभूमि उत्तराखंड को समर्पित एक दृश्य से हुई, जिसमें भगवान शिव की जटाओं से मां गंगा के अवतरण को खूबसूरती से दर्शाया गया.
इसके बाद “उत्तराखंड राज्य स्थापना के 25 वर्ष”, “ॐ गैलेक्सी”, “त्रिशूल और डमरू” तथा केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के भव्य दृश्यों को आकाश में प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड की विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान को भी शानदार ढंग से दर्शाया गया.
ड्रोन ने कलात्मक रूप से राज्य पक्षी हिमालयन मोनाल, पारंपरिक छोलिया नृत्य, उत्तराखंड के लोक वाद्य यंत्र, लाड़ी परंपरा और कुमाऊंनी पारंपरिक पोशाक में एक पुरुष आकृति का दृश्य निर्मित किया.
शो का समापन हेलीकॉप्टर एविएशन और उत्तराखंड सिविल एविएशन का प्रतीक चिन्ह प्रदर्शित करते हुए हुआ, जो राज्य की प्रगति, पहुँच और नई उड़ानों का प्रतीक बना।
कार्यक्रम की महत्ता पर बोलते हुए यूकाडा के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.एस. टोलिया ने कहा:
“ उत्तराखंड केवल दिव्यता और प्राकृतिक सौंदर्य की भूमि ही नहीं, बल्कि नवाचार और प्रगति की भूमि भी है।
यह ड्रोन लाइट शो हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है,
जो रचनात्मक पर्यटन अनुभवों के एक नए युग की शुरुआत करता है।
जब हम राज्य के 25 वर्षों का उत्सव मना रहे हैं,
तब हम परंपरा और तकनीक को साथ लेकर भविष्य की ओर अग्रसर हो रहे हैं।”








