Dehradun

डोईवाला में यूसीसी के तहत हुआ प्रथम विवाह पंजीकरण

First marriage registration under UCC took place in Doiwala

देहरादून,30 जनवरी 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के लागू होने के बाद नगर पालिका परिषद् डोईवाला में पहला विवाह पंजीकरण आज सम्पन्न हुआ।

यह ऐतिहासिक पंजीकरण राज्य में यूसीसी के क्रियान्वयन का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

पंजीकरण का विवरण

आवेदक का नाम: सुनील सिंह
पिता का नाम: भगवान सिंह

निवास स्थान: वार्ड संख्या 08, अठूरवाला कोटी
आवेदन तिथि: 28 जनवरी 2025
पंजीकरण तिथि: 30 जनवरी 2025

प्रक्रिया और अनुमोदन

आवेदक ने कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की।

अधिशासी अधिकारी उत्तम सिंह नेगी ने आवेदन पत्र का सूक्ष्म परीक्षण किया और सभी आवश्यक दस्तावेजों की जांच के बाद आवेदन को स्वीकृति प्रदान की।

इसके उपरांत दंपति को विधिवत विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

उपस्थित अधिकारीगण

पंजीकरण के दौरान निम्नलिखित अधिकारी उपस्थित रहे:

उत्तम सिंह नेगी (अधिशासी अधिकारी)
सतीश चमोली (लेखाकार)
रविन्द्र सिंह पंवार (कर एवं राजस्व अधीक्षक)

महत्व

यह पंजीकरण उत्तराखंड में लागू हुए समान नागरिक संहिता के तहत नगर पालिका परिषद् डोईवाला का पहला विवाह पंजीकरण है।

यह घटना स्थानीय प्रशासन की कार्यक्षमता और यूसीसी के सफल क्रियान्वयन का प्रमाण है।

इस पंजीकरण से अन्य नागरिकों को भी यूसीसी के तहत विवाह पंजीकरण के लिए प्रेरणा मिलेगी।

यूसीसी के तहत विवाह पंजीकरण के लाभ:

कानूनी मान्यता: यूसीसी के तहत पंजीकृत विवाह को कानूनी मान्यता प्राप्त होती है, जिससे दंपति को विभिन्न कानूनी अधिकार और सुरक्षा प्राप्त होते हैं।

सरकारी योजनाओं का लाभ: पंजीकृत विवाह दंपति सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ उठाने के लिए पात्र होते हैं।

उत्तराधिकार और संपत्ति अधिकार: यह पंजीकरण दंपति के उत्तराधिकार और संपत्ति अधिकारों को सुरक्षित करता है।

सामाजिक सुरक्षा: यह सामाजिक सुरक्षा प्रदान करता है और बच्चों के अधिकारों की रक्षा करता है।

यूसीसी के तहत विवाह पंजीकरण की प्रक्रिया:

आवेदन: दंपति को कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से या सीधे नगर पालिका परिषद कार्यालय में विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन करना होता है।

दस्तावेज: आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज, जैसे कि पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र, आदि जमा करने होते हैं।

जांच: अधिशासी अधिकारी द्वारा आवेदन और दस्तावेजों की जांच की जाती है।

स्वीकृति: यदि आवेदन सही पाया जाता है, तो इसे स्वीकार किया जाता है और विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।

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