
डोईवाला स्थित सुगर मिल कर्मचारी पर अपनी नौकरी के दस्तावेजों में हेराफेरी का आरोप लगा है.
> डोईवाला सुगर कंपनी लिमिटेड का है मामला
> लंबे समय से मिल में नौकरी कर रहा है आरोपी
> उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया है मामला
> सुगर मिल ले रही है अब इस मामले पर एक्शन
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून : डोईवाला सुगर कंपनी लिमिटेड में एक कर्मचारी के द्वारा अपनी नौकरी के कागजात में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह कर्मचारी लंबे समय से मिल में नौकरी कर रहा है.
यह मामला तब का है जब यह एक प्राइवेट सुगर मिल थी और इसे ‘जानकी सुगर मिल’ के नाम से जाना जाता था
आरोप है कि सुरक्षा जमादार के पद पर कार्यरत कर्मचारी ने अपनी नौकरी के दस्तावेजों में अपने पिता का गलत नाम दर्ज करवाकर धोखाधड़ी की है.
गौरतलब है कि वर्ष 1984 में जानकी सुगर मिल राज्य सरकार के अधीन हो गयी जिसके बाद से इसे डोईवाला सुगर कंपनी लिमिटेड के नाम से जाना जाता है.
हाल ही में इस कर्मचारी के दस्तावेज का मामला उच्च अधिकारी के संज्ञान में आया जिसके बाद अब इस कर्मचारी के खिलाफ सुगर मिल द्वारा धोखाधड़ी का मामला बनाया गया है.
वर्षों पुराने इस मामले को लेकर अब जांच बैठ गयी है.
अब जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि यदि आरोप सही हैं तो एक कर्मचारी इतने लम्बे समय से धोखाधड़ी के द्वारा सुगर मिल में कार्यरत कैसे रहा ? अथवा आरोप किसी त्रुटि के शिकार हैं.