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( PRIYANKA SAINI )
देहरादून : मुख्य सचिव पद पर आसीन वरिष्ठ नौकरशाह सरकारी मीटिंग और फाइलों के बीच कुछ इस कदर उलझे होते हैं कि आमतौर पर यह माना जाता है कि वह आम आदमी की धरातल पर पीड़ा को गहराई तक शायद ही समझता हो।
उत्तराखंड के नए नवेले चीफ सेक्रेटरी डॉक्टर सुखबीर सिंह संधू अपनी प्रशासनिक दक्षता और कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं।
युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू को उत्तराखंड में विकास के पहिए को तेजी से घुमाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
परकोलेशन थ्योरी के अनुसार नौकरशाही के बारे में कहा जाता है कि जिस तरह की सोच टॉप लेवल पर नौकरशाह की होती है। वही छन-छन कर निचले स्तर तक पहुंचती है।
यदि वरिष्ठ नौकरशाह जनसेवा का सच्चा भाव रखते हैं तो उसका असर धरातल पर जरूर दिखाई देता है।
किसी का जीवन बदल सकती है छोटी सी सहायता :—
मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू ने आज सूबे के सभी मुख्य विकास अधिकारियों के साथ मीटिंग की।
मुख्य सचिव ने कहा कि पॉजिटिव एटिट्यूड के साथ रिफॉर्म्स पर फोकस किया जाना चाहिए।
काम करते हुए उत्साह में कमी नहीं लानी चाहिए।
कोई भी काम आपके लिए छोटा हो सकता है, पर उस जरूरतमंद के बारे में सोचिए जिसकी एक छोटी सी सहायता से उसका जीवन बदल जायेगा।
मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों से अपनी सेवा के दौरान के अनुभव एवं सुझाव भी मांगे।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बैठकें लगातार आयोजित की जानी चाहिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप योजनाएं बनाई जानी चाहिए, ताकि योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ अर्जित किया जा सके।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार भी उपस्थित थीं।