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Firstever Pig-to-Human Heart Transplant : दुनिया में पहली बार 57 वर्षीय व्यक्ति में ट्रांसप्लांट किया “सूअर का दिल”

Firstever Pig-to-Human Heart Transplant

पहली बार दुनिया में किसी व्यक्ति के शरीर में सफलतापूर्वक सूअर के हृदय का प्रत्यारोपण किया गया है

बीते शुक्रवार को अमेरिका के मेरीलैंड में डॉक्टरों के द्वारा अनुवांशिकी रूपांतरित सूअर के हृदय को एक 57 वर्षीय व्यक्ति के शरीर में लगाया गया है

*      मेडिकल साइंस की दुनिया में किसी ‘चमत्कार’ से कम नही है,मनुष्य में सूअर के हृदय का प्रत्यारोपण 
*      डॉक्टरों के मुताबिक दुनिया की ऐसी पहली सर्जरी जो भविष्य में रोगियों के लिए महत्वपूर्ण विकल्प प्रदान कर सकती है
*       Gene Editing and Gene Cloning जीन एडिटिंग व जीन क्लोनिंग के द्वारा तैयार किया  था जेनेटिकली अलटर्ड सूअर 
*       जानवरों के अंगों और उत्तकों के मनुष्य में प्रत्यारोपण यानि जीनोट्रांसप्लांटेशन का 1960 से हो रहा है काम 
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Priyanka Pratap Singh
Firstever Pig-to-Human Heart Transplant 

अमेरिका : आज दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है यह सच कर दिखाया है अमेरिकी के डॉक्टरों ने.

अमेरिकी डॉक्टर ने मेडिकल साइंस में एक नया इतिहास रच दिया है

न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी डॉक्टरों ने 57 साल के मैरीलैंड निवासी डेविड बेनेट पर यह प्रयोग किया गया है अमेरिकी डॉक्टरों ने डेविड बेनेट को सूअर का दिल ट्रांसप्लांट किया है

इस ट्रांसप्लांट के बाद भी मरीज की बीमारी का इलाज फिलहाल निश्चित नहीं है लेकिन जानवरों से इंसानों में ट्रांसप्लांट की यह प्रक्रिया मील का पत्थर साबित हो सकती है

कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित था मरीज

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मैरीलैंड के 57 साल के डेबिट बेनेट कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे डेविड पिछले कई महीनों से बिस्तर पर जीवन काट रहे थे वह हार्ट लंग बाईपास मशीन के सहारे जीवन जी रहे थे

 

उनके लिए हार्ट ट्रांसप्लांट सही नहीं माना जा रहा था लेकिन जान बचाने के लिए डॉक्टरों को यह फैसला लेना पड़ा उनकी हालत बहुत खराब होती जा रही थी आखिर में डॉक्टरों को डेविड के शरीर में सूअर का दिल ट्रांसप्लांट करना पड़ा Firstever Pig-to-Human Heart Transplant

8 घंटे के ऑपरेशन के जरिये किया हार्ट ट्रांसप्लांट

हृदय की जानलेवा बीमारी से जूझ रहे एक 57 वर्षीय मैरीलैंड निवासी डेविड बेनेट के शरीर में जेनेटिकली मोडिफाइड सूअर Genetically Modified Pig का हृदय प्रत्यारोपित किया गया है

जिससे हजारों-लाखों ऐसे मरीजों में आशा की किरण जगी है जिन्हें ऑर्गन फैलियर की समस्या का सामना करना पड़ रहा है

यूनिवर्सिटी आफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर के सर्जन के अनुसार सूअर के हृदय का मनुष्य में प्रत्यारोपण का यह पहला सफल मामला है

पिछले शुक्रवार को 8 घंटे के ऑपरेशन के बाद मरीज डेविड बेनेट सीनियर सोमवार को कुशलतापूर्वक थे

इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाले डॉक्टर ग्रिफिथ ने कहा है कि,” ट्रांसप्लांट किये गये हार्ट ने धड़कन Pulse और प्रेशर Pressure बनाया है अब यह उनका अपना दिल है. यह काम कर रहा है और नॉर्मल दिखाई दे रहा है.
हम लोग बेहद उत्साहित हैं लेकिन हमें यह मालूम नहीं है कि कल क्या होगा ऐसा इससे पहले कभी नहीं हुआ है

मेडिसिन के क्षेत्र में नये युग का सूत्रपात

वैज्ञानिकों ने ऐसे सूअर विकसित करने के लिए जबरदस्त कार्य किया है जिनके अंग मनुष्य के शरीर के द्वारा रिजेक्ट नहीं किए जाएं

नई जीन एडिटिंग और क्लोनिंग टेक्नोलॉजी की सहायता से पिछले एक दशक में इस कार्य को तीव्र गति से किया गया है

यह हृदय प्रत्यारोपण न्यूयॉर्क में एक ब्रेन डेड व्यक्ति के शरीर में जेनेटिकली इंजीनियर्ड सूअर के किडनी के सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण के एक महीने बाद किया गया है

अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार यह मेडिसिन के क्षेत्र में एक नए युग का सूत्रपात करेगा जहां भविष्य में अंग प्रत्यारोपण के लिए अंगों की अब कमी नहीं रहेगी बड़ी संख्या में मरीज किडनी व अन्य अंगों के प्रत्यारोपण के लिए प्रतीक्षा में है Firstever Pig-to-Human Heart Transplant

क्या है जीनोट्रांसप्लांटेशन Xenotransplantation

मनुष्य में जानवर के अंग Organ अथवा उत्तक Tissue  की ग्राफ्टिंग Grafting या ट्रांसप्लांटेशन Transplantation का एक लंबा इतिहास है

जानवरों के रक्त और त्वचा का प्रयोग सैकड़ों वर्षो से होता आ रहा है

वर्ष 1960 में चिंपैंजी की किडनी एक मनुष्य में प्रत्यारोपित की गई थी लेकिन वह 9 महीने से अधिक जिन्दा नहीं रह पाया था
इसी प्रकार 1983 में एक बबून का हार्ट एक नवजात शिशु में लगाया गया था लेकिन 20 दिन बाद उसकी मृत्यु हो गई थी

प्राईमेट्स Primates के मुकाबले सूअर के कई फायदे है क्योंकि इसको आसानी से पाला जा सकता है और यह 6 महीने में मनुष्य के जितना बड़ा व्यस्क हो जाता है
सूअर के हार्ट के वाल्व Valve नियमित तौर पर मनुष्य में ट्रांसप्लांट किए जाते रहे हैं आग से जले मरीजों Burn Patient में सूअर की त्वचा का ग्राफ्ट के तौर पर प्रयोग किया जाता रहा है Firstever Pig-to-Human Heart Transplant

जीन एडिटिंग और क्लोनिंग ने किया कमाल

Role of Gene Editing and Cloning

दो नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से जेनेटिकली अल्टर्ड सूअर Genetically Altered Pig के अंग तैयार किए गए हैं जिनके मनुष्य के शरीर के द्वारा रिजेक्ट किए जाने के कम संभावना होती है

इस डोनर सूअर में 10 जेनेटिक मोडिफिकेशन किए गए हैं
जिनमें से 4 जींस को निष्क्रिय Inactive किया गया है जिनमें से एक जीन ऐसे मॉलिक्यूल Molecule को कोड Code करता था जिसके कारण मनुष्य का शरीर अंग प्रत्यारोपण के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया करता था
इसके अलावा एक ग्रोथ जीन Growth Gene को भी निष्क्रिय किया गया है ताकि प्रत्यारोपण करने के बाद सूअर का हृदय लगातार बढ़ता ना रहे

इसके साथ ही डोनर सूअर के हार्ट में मनुष्य के 6 जीन डाले गए थे ताकि वह मनुष्य के प्रतिरक्षा तंत्र यानि ह्यूमन इम्यून सिस्टम Human Immune System को सहन कर सके Firstever Pig-to-Human Heart Transplant

अब कैसी है मरीज की हालत

 यह ट्रांसप्लांट सफल रहा है यह ट्रांसप्लांट या ये नया अंग किस तरीके से काम कर रहा है इस पर अमेरिकी डॉक्टर नजर बनाए हुए हैं

क्या कहा मरीज डेविड ने

यह सब कुछ इतना आसान नहीं था एक वेल मैच किडनी के प्रत्यारोपण के बाद भी शरीर कईं बार इसे रिजेक्ट कर देता है

मिस्टर बैनेट ने कहा,” यह उनके लिए ट्रांसप्लांट करवाने अथवा मर जाने जैसी स्थिति थी.मैं जिंदा रहना चाहता हूं. मैं यह जानता हूं कि यह एक अंधेरे में तीर चलाने जैसा है लेकिन यह मेरा आखिरी विकल्प था”.

फिलहाल में ठीक होने के बाद बिस्तर से बाहर आने के लिए उत्सुक हूं

क्या रही डॉक्टर्स की प्रतिक्रिया

डॉक्टरों के मुताबिक, हम इस ट्रांसप्लांट प्रक्रिया को लेकर सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं. हम आशावादी हैं कि दुनिया की ऐसी पहली सर्जरी भविष्य में रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण नया विकल्प प्रदान करेगी.

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, लगभग 110,000 अमेरिकी वर्तमान में अंग प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा कर रहे हैं और .प्रत्येक वर्ष इसकी कमी से 6,000 से अधिक रोगियों की मृत्यु हो जाती है Firstever Pig-to-Human Heart Transplant

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