सही समय पर हो उपचार तो, बच्चों में कैंसर लाइलाज नहीं : सीआरआई निदेशक डॉ.सुनील सैनी

अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस पर हिमालयन हॉस्पिटल के कैंसर रिसर्च इंस्टिट्यूट में एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित हुआ
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प्रियंका प्रताप सिंह
देहरादून :हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट के कैंसर रिसर्च इंस्टिट्यूट (सीआरआई) में अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस स्वास्थ्य जागरुकता शिविर आयोजित किया गया।
कैंसर का इलाज है मुमकिन
सीआरआई निदेशक डॉ.सुनील सैनी ने कहा कि बच्चों में कैंसर का इलाज मुमकिन है।
सही समय और उचित इलाज से बच्चों में कैंसर को पूरी तरह खत्म किया जाता है और वो फिर से एक सामान्य जीवन जी सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय बाल कैंसर दिवस के अवसर पर कैंसर रिसर्च इंस्टिट्यूट में अस्पताल प्रशासन की ओर से कैंसर पीड़ित बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया।
आयोजित समारोह में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश से आए सीआरआई में भर्ती कैंसर पीडित बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद रहे।
इसमें बच्चे ब्लड, ब्रेन, किडनी के कैंसर रोग से ग्रसित डॉ.बीपी कालरा ने कैंसर पीड़ित बच्चों के अभिभावकों से आह्वान किया कि वह बच्चों के साथ किसी तरह का भेदभाव न करें। उन पर दया नहीं बल्कि उनका उत्साहवर्धन करें। ताकि वह इस रोग से लड़ सकें।
डॉ.एसके वर्मा ने बताया 14 वर्ष की उम्र तक करीब दस हजार में दो या तीन बच्चे इस वक्त देश में कैंसर से पीड़ित हैं। हैं। डॉ.मीनू गुप्ता ने पीडित बच्चों को उपहार दिए।
इस दौरान डॉ.एसके वर्मा, डॉ.कुनाल दास, डॉ.विपुल नौटियाल, डॉ.अंकित बत्रा, डॉ.अवरिती बवेजा आदि मौजूद रहे।
पेन-इंडिया स्कूल में बच्चों व अभिभावकों को किया गया जागरुक
पेन-इंडिया स्कूल भानियावाला में भी हिमालयन हॉस्पिटल के कैंसर रिसर्च इंस्टिट्यूट की ओर से स्वास्थ्य जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डॉ.मीनू गुप्ता ने कहा कि गलत खानपान व लाइफस्टाइल के कारण बच्चे भी तेजी से बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। वहीं बच्चे तो नासमझ व मासूम होते हैं।
ऐसे में अभिभावकों का फर्ज हैं कि बच्चों की सेहत में कोई बदलाव आने पर उसे नजरअंदाज करने की जगह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नर्सिंग ऑफिसर सुखविंदर कौर, सुनीता ने बच्चों को हैंड हाइजिन व सही खान-पान की जानकारी दी।