( हेल्थ ) “कोविड की संभावित तीसरी लहर का बच्चों पर प्रभाव” से जुडी 7 महत्वपूर्ण जानकारी

वेब पत्रकारिता के विश्वसनीय नाम
“यूके तेज” से जुड़ें,
वाट्सएप्प करें 8077062107
देहरादून : इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAP) ने कोविड की तीसरी लहर से बच्चों को खतरा विषय पर कई महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है जिसे आम जनमानस के मन में उठने वाले प्रश्न और विशेषज्ञ के द्वारा उत्तर के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
जिसे जनहित में सार-संक्षेप में प्रस्तुत किया जा रहा है।
प्रश्न नंबर-1 आने वाले महीनों में कोविड-19 की तीसरी लहर आने की कितनी संभावना है ?
महत्वपूर्ण संदेश :— यह है कि तीसरी लहर आने की संभावना है लेकिन इसके समय और प्रचंडता को बता पाना मुश्किल है।
प्रश्न नंबर-2 जैसा कि मीडिया में बताया जा रहा है,क्या तीसरी लहर में बच्चों को सबसे ज्यादा रिस्क है ?
महत्वपूर्ण संदेश :— व्यस्क और बड़े व्यक्तियों के समान बच्चों में संक्रमण हो सकता है लेकिन गंभीर रोग नहीं।
ऐसा नहीं है कि तीसरी लहर एक्सक्लूसिवली केवल बच्चों को ही प्रभावित करेगी।
प्रश्न नंबर-3 क्या बच्चे गंभीर रोग से ग्रसित होंगे,जिस तरह से कोरोना की वर्तमान लहर में व्यस्क प्रभावित हो रहे हैं ?
महत्वपूर्ण संदेश :— बच्चों में लगभग 90% इंफेक्शन माइल्ड अथवा एसिंप्टोमेटिक है। इसलिए बच्चों में रोग की गंभीरता उच्च नहीं है।
प्रश्न नंबर -4 क्या तीसरी लहर में बच्चों में गंभीर रोग की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं ?
महत्वपूर्ण संदेश :—बच्चों में गंभीर रोग होता है लेकिन इस बात का कोई एविडेंस नहीं है कि अधिकतर बच्चे कोविड-19 इंफेक्शन की वजह से थर्ड वेव में गंभीर रूप से रोगी होंगे।
प्रश्न नंबर –5 हमने सुना है कोविड-19 की वजह से पहले से ही बच्चों में गंभीर रोग हो रहे हैं आपका क्या कहना है ?
महत्वपूर्ण संदेश :—हां,कुछ मामलों में बच्चे गंभीर रोगी हो जाते हैं और उन्हें आईसीयू केयर की आवश्यकता पड़ती है।कोविड-19 की वजह से होने वाली इम्यून कंडीशन (MIS-C) और एक्यूट इलनेस में ऐसा हो सकता है।लेकिन सही समय पर इलाज करने पर अधिकतर मामलों में रिकवर हो जाता है।
प्रश्न -6 :— यदि थर्ड वेव बच्चों को प्रभावित करती है तो क्या तैयारी की गयी है ?
महत्वपूर्ण संदेश :—- हमें बच्चों के लिए इंटेंसिव केयर बेड और इन पेशेंट बेड्स तैयार करने होंगे।
आई ए पी (IAP) के द्वारा पहले से ही बच्चों में डिजीज कैटेगरी के हिसाब से मैनेजमेंट प्रोटोकॉल विकसित किया गया है।
इसलिए पैनिक होने की,घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।हमारी तैयारी पूर्ण रूप से है।
प्रश्न -7 :— हमें बच्चों में वैक्सीनेशन के लिए नहीं सोचना चाहिए ?
महत्वपूर्ण संदेश :—चाहे कितने ही कम मामले हैं लेकिन बच्चों में गंभीर रोग होता है।इसलिए उनके लिए वैक्सीनेशन के बारे में कार्य करने में कोई हर्ज नहीं है।
वैक्सीन की सेफ्टी और प्रभावशीलता को लेकर अभी ट्रायल चल रहे हैं।