स्पर्श हिमालय यूनिवर्सिटी में “बौद्धिक संपदा अधिकार” पर हुआ महत्वपूर्ण व्याख्यान का आयोजन
Important lecture on IPR organized at Sparsh Himalayan University

देहरादून, 23 मई 2025 (Rajneesh Pratap Singh Tez) : स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय में आज उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यू-कास्ट), देहरादून द्वारा प्राप्त ग्रांट के तहत Intellectual Property Rights (आईपीआर) पर एक महत्वपूर्ण व्याख्यान माला का आयोजन किया गया.
इस श्रृंखला के प्रथम व्याख्यान में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के डॉ. प्रेमनाथ ने ‘आईपीआर और पेटेंटिंग सिस्टम इन इंडिया’ विषय पर ऑनलाइन माध्यम से संबोधित किया, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्ट्रार, शिक्षकगण और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.
स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स पर ज्ञानवर्धक सत्र
आज स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) के महत्व को रेखांकित करते हुए एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया.
- आयोजन का आधार: उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यू-कास्ट), देहरादून से प्राप्त ग्रांट
- विषय: इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर)
- प्रथम व्याख्यान के वक्ता: डॉ. प्रेमनाथ, एसोसिएट प्रोफेसर, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग, एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय (ऑनलाइन माध्यम से)
- व्याख्यान का विषय: ‘आईपीआर एंड पेटेंटिंग सिस्टम इन इंडिया’
- कार्यक्रम संचालक: कुलपति प्रो. काशीनाथ जेना, रजिस्ट्रार अरविंद अरोड़ा, आईपीआर कोऑर्डिनेटर मिस शालिनी वर्मा
- धन्यवाद ज्ञापन: डीन अकादमी प्रोफेसर राजुल दत्त
ज्ञान साझा करने का मंच
यह व्याख्यान माला छात्रों और शिक्षकों को बौद्धिक संपदा अधिकारों के विभिन्न पहलुओं, विशेषकर भारत में पेटेंटिंग प्रणाली के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित की गई.
डॉ. प्रेमनाथ ने अपने व्याख्यान में आईपीआर के महत्व, इसके विभिन्न प्रकारों (जैसे पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क) और भारत में इन्हें कैसे सुरक्षित किया जा सकता है, इस पर विस्तार से प्रकाश डाला.
उन्होंने नवाचार और अनुसंधान के क्षेत्र में आईपीआर की भूमिका को भी समझाया.
विश्वविद्यालय का सक्रिय योगदान
स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई.
कुलपति प्रो. काशीनाथ जेना, रजिस्ट्रार अरविंद अरोड़ा और आईपीआर कोऑर्डिनेटर मिस शालिनी वर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया,
जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि सत्र सुचारु रूप से चले.
कार्यक्रम के अंत में, डीन अकादमी प्रोफेसर राजुल दत्त ने सभी उपस्थित लोगों और वक्ता का धन्यवाद ज्ञापन किया.
उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रोफेसर जी.एस. रजवार, आईपीआर सेल के सदस्यों सहित सभी शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे,
जिन्होंने आईपीआर जैसे महत्वपूर्ण विषय पर ज्ञान प्राप्त किया.
यह आयोजन विश्वविद्यालय की शिक्षा और अनुसंधान के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.