देहरादून के डोईवाला में ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ का भव्य शुभारंभ,दिव्यांग बच्चों के लिए नई उम्मीद की किरण
Grand inauguration of 'Centre for Excellence' in Doiwala, Dehradun, a ray of new hope for handicapped children

देहरादून,9 जून 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : देहरादून में आज एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है, जो विकासात्मक दिव्यांगताओं वाले बच्चों और उनके परिवारों के जीवन में आशा और सकारात्मक बदलाव लाएगा!
श्री अरबिंदो सोसाइटी की शिक्षा शाखा, रूपांतर की महत्वाकांक्षी पहल ‘प्रोजेक्ट इन्क्लूजन’ के तहत ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ का विधिवत अनावरण किया गया।
यह अत्याधुनिक केंद्र दिव्यांगता से प्रभावित या जोखिम वाले बच्चों के समग्र विकास और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है, जो उन्हें व्यापक सहायता और महत्वपूर्ण सेवाएँ मुफ्त में प्रदान करेगा।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर नगर पालिका परिषद डोईवाला के अध्यक्ष नरेंद्र नेगी भी उपस्थित रहे।
श्री अरबिंदो सोसाइटी ने सामाजिक क्षेत्र में अपने सक्रिय योगदान के लिए प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम डोभाल और रविंद्र बेलवाल को सम्मानित भी किया।
बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए व्यापक सेवाएँ:
देहरादून का यह ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ बच्चों और उनके देखभाल करने वालों के लिए पुनर्वास सेवाओं का एक विस्तृत स्पेक्ट्रम प्रदान करेगा।
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की विविध जरूरतों को समझते हुए, यह केंद्र निम्नलिखित निःशुल्क सेवाएँ प्रदान करेगा:
थेरापयूटिक इंटरवेंशन (चिकित्सीय हस्तक्षेप): इसमें ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पेशल एजुकेशन, स्पीच थेरेपी और फिजियोथेरेपी जैसी महत्वपूर्ण थेरेपी शामिल हैं।
मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन: बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को समझने और उन्हें उचित सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक मनोवैज्ञानिक
मूल्यांकन और परामर्श।
समग्र विकास कार्यक्रम: बच्चों को सामाजिक और भावनात्मक रूप से विकसित करने के लिए आकर्षक समूह गतिविधियाँ।
केयर गिवर (देखभालकर्ता) सशक्तिकरण: अभिभावकों को विशेषज्ञ के नेतृत्व में परामर्श और मार्गदर्शन सेवाएँ प्रदान करना, ताकि वे अपने बच्चों की देखभाल की यात्रा को सफलतापूर्वक नेविगेट कर सकें।
“हर बच्चे को आगे बढ़ने का अवसर मिले” – डॉ. सिम्मी महाजन
प्रोजेक्ट इन्क्लूजन की मुख्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सिम्मी महाजन ने इस अवसर पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “हम देहरादून में यह अफोर्डेबल ‘सेंटर फॉर एक्सीलेंस’ लाकर बेहद उत्साहित हैं।
हमारा मिशन विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को प्रारंभिक हस्तक्षेप और दीर्घकालिक विकासात्मक सहायता प्रदान करना है, यह सुनिश्चित करना कि उन्हें आगे बढ़ने का हर अवसर मिले।
माता-पिता और देखभाल करने वालों को सशक्त बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ताकि उन्हें अपनी यात्रा को सफलतापूर्वक नेविगेट करने के लिए आवश्यक विशेषज्ञ मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जा सके।”
इस सुविधा के लिए जगह देहरादून के एक प्रमुख सामाजिक व्यक्ति और श्री अरबिंदो सोसाइटी के सलाहकार राजेश नैथानी द्वारा उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने बताया कि समावेशन के प्रति प्रोजेक्ट इन्क्लूजन की अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें इस नेक उद्देश्य का समर्थन करने के लिए प्रेरित किया।
प्रोजेक्ट इन्क्लूजन: समावेशन की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम
2016 में शुरू किया गया प्रोजेक्ट इन्क्लूजन, श्री अरबिंदो सोसाइटी की रूपांतर पहल के अंतर्गत एक मिशन मोड कार्यक्रम है।
यह शिक्षा में समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसका उद्देश्य शिक्षकों, विशेष शिक्षकों, विद्यालय कर्मियों और अन्य हितधारकों को न्यूरो-डेवलपमेंटल डिसऑर्डर वाले बच्चों को प्रभावी ढंग से सहयोग करने में सक्षम बनाना है।
इसके अंतर्गत एक एंड-टू-एंड, बहुभाषी, मोबाइल-आधारित डिजिटल समाधान विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से अब तक 3.5 लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनमें से 1.7 लाख से अधिक शिक्षक ऐप पर पंजीकृत हैं।
मैदान स्तर पर प्राप्त अनुभवों के आधार पर सेंटर फॉर एक्सीलेंस (उत्कृष्टता केंद्र) स्थापित किए गए हैं, जो 1 वर्ष से 12 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चों को शारीरिक, बौद्धिक, विकासात्मक और संवेदी दिव्यांगताओं के साथ प्रारंभिक, समावेशी और समग्र सहयोग प्रदान करते हैं।
वर्तमान में ये केंद्र गाज़ियाबाद, तिरुपति, मुंबई और अब देहरादून में सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं।
इन केंद्रों के माध्यम से बच्चों, उनके परिवारों और अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए निःशुल्क या नाममात्र दरों पर व्यापक सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।
जल्द ही दिल्ली और चंडीगढ़ में भी ऐसे केंद्र शुरू किए जाएंगे, जो देशभर में दिव्यांग बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र नेगी,सभासद सुरेंद्र लोधी,राजेश नैथानी,रविंद्र बेलवाल,मनीष नैथानी, पुरुषोत्तम डोभाल,अमित कुकरेती प्रमुख रूप से उपस्थित रहे