CrimeDehradunNationalUttar PradeshUttarakhand

देहरादून “रहस्यमय रेडियोएक्टिव डिवाइस” मामले में पूर्व इनकम टैक्स ऑफिसर हुये वांटेड

Former Income Tax officer wanted in Dehradun "Mysterious Radioactive Device" case

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : देहरादून के राजपुर थाना क्षेत्र में एक रहस्यमयी रेडियोएक्टिव डिवाइस के मामले में पुलिस गहनता से जांच-पड़ताल कर रही है

आज देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एक नया और बड़ा खुलासा करते हुए इस मामले में उत्तराखंड के एक पूर्व इनकम टैक्स अधिकारी को वांछित बताया है

देहरादून में रेडियोधर्मी पदार्थ,पांच गिरफ्तार

11 जुलाई, 2024 को थाना राजपुर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए संभावित रेडियोधर्मी पदार्थ की अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।

मुखबिर की सूचना पर ब्रुक एंड वुड्स सोसाइटी स्थित एक किराए के फ्लैट में छापेमारी की गई, जहां से एक संदिग्ध डिवाइस बरामद हुआ।

बरामद डिवाइस पर “Radiography Camera Manufactured By Board Of Radiation And Isotope Technology, Government Of India, Department Of Atomic Energy” का लेबल था।

इसके अलावा, एक काला बॉक्स भी मिला, जिसमें कथित तौर पर रेडियोएक्टिव पदार्थ था और जिसे खोलने पर विकिरण का खतरा बताया गया।

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में शामिल हैं:

1. सुमित पाठक (आगरा, उत्तर प्रदेश)
2. तबरेज आलम (सहारनपुर, उत्तर प्रदेश)
3. सरवर हुसैन (नई दिल्ली)
4. जैद अली (भोपाल, मध्य प्रदेश)
5. अभिषेक जैन (भोपाल, मध्य प्रदेश)

वाछित अभियुक्त :-

(1)- श्वेताभ सुमन पुत्र डा0 वी०के० सिह निवासी-169/21 राजपुर रोड देहारदून।

परीक्षण के लिए भेजा भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर

मौके पर नरोरा बुलंदशहर से नरोरा एटोमिक पावर स्टेशन की रेडिएशन इमरजेंसी रिस्पांस टीम द्वारा इस डिवाइस का परीक्षण किया गया

परीक्षण के उपरान्त डिवाइस में रेडियो एक्टिव पदार्थ न होने की बात बतायी गई,

इसके साथ ही उक्त डिवाइस में कुछ कैमिकल होने की संभावना के दृष्टिगत डिवाइस को परीक्षण हेतु भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर भेजा गया है

क्या बताया तबरेज ने पुलिस को ?

रिटायर्ड अफसर का साया: सुरक्षा का झूठा वादा

श्वेताभ सुमन, एक रिटायर्ड इनकम टैक्स अधिकारी, इस मामले में एक रहस्यमय किरदार के रूप में उभरे हैं।

उन्होंने अपना फ्लैट सुमित पाठक को किराए पर दिया और उसे आश्वासन दिया कि वह एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं और उनके घर पर पुलिस नहीं आ सकती।

यह “सुरक्षा कवच” अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एक आदर्श स्थान प्रदान करता था।

लेकिन यह वादा उतना ही खोखला था जितना कि उनका दावा ?

रेडियोधर्मी रहस्य: पांच लाख में खरीदा, करोड़ों का सपना

तबरेज आलम ने देहरादून पुलिस को एक रोमांचक कहानी सुनाई कि कैसे उसने ‘RAM’ (रेडियो एक्टिव मटेरियल) डिवाइस को महज 5 लाख रुपये में खरीदा।

यह सौदा एक फार्म में छिपाकर रखे गए इस खतरनाक उपकरण को लेकर हुआ।

अब वे इसे बेचकर करोड़ों कमाने का सपना देख रहे थे।

देहरादून में डील: पूर्व अधिकारी के फ्लैट में जमघट

इस प्रकरण के पुलिस द्वारा भंडाफोड़ का अंतिम दृश्य देहरादून में सेट हुआ,

जहां श्वेताभ सुमन के किराए के फ्लैट में यह रहस्यमय मीटिंग होनी थी।

तबरेज अपनी आई20 कार में डिवाइस लेकर पहुंचा, जबकि अन्य साथी भी अपने-अपने हिस्से की उम्मीद में वहां जमा हुए।

यह मीटिंग उनके सपनों को साकार करने वाली थी लेकिन हुआ इसका उलट, पुलिस के आने से यह मीटिंग उनके लिए एक बड़ी मुसीबत का आगाज बन गयी ?

इस पूरे प्रकरण में, एक रिटायर्ड अधिकारी की भूमिका, रेडियोधर्मी पदार्थ की तस्करी, और करोड़ों के मुनाफे का लालच – सभी एक रोमांचक कहानी का हिस्सा बन गए, जिसका अंत पुलिस की छापेमारी के साथ हुआ।

बरामदगी –

1- संदिग्ध इलेक्ट्रिनक डिवाईस RAM(रेडियो एक्टिव मेटिरियल)
2- रेडियोग्राफी कैमरा मय उपकरण
3- 06 लाख रूपये नगद
4- 03 लग्जरी कार
5- 15 स्मार्ट मोबाईल फोन एप्पल, सैमसैग आदि

पुलिस टीम :-

1- उ0नि0 पी0डी0 भट्ट, थानाध्यक्ष राजपुर
2- उ0नि0 सुमेर सिह व0उ0नि0 राजपुर
3- उ0नि0 विकेन्द्र चौधरी चौकी प्रभारी जाखन
4- उ0नि0 बलवीर सिह रावत
5- उ0नि0 प्रवेश रावत
6- हे0कानि0 सन्तोष कुमार
7- कानि0 अमित भट्ट
8- कानि0 सुरेन्द्र सिंह
9- कानि0 विकास कुमार
10- हे0कानि0 चालक महावीर सिह

 

 

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!