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CDS BIPIN RAWAT MEMORY : म्यांमार प्रोजेक्ट के दौरान किडनैप हुये कर्नल अजय कोठियाल को बचाया था सीडीएस बिपिन रावत ने,यादें की ताजा

CDS BIPIN RAWAT MEMORY

देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत की आज दोपहर सेना के एक हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हो गयी

आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल सेवानिवृत्त अजय कोठियाल ने उनके साथ अपनी यादों को साझा किया है

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रजनीश प्रताप सिंह

देहरादून :

 आम आदमी पार्टी के सीएम प्रत्याशी कर्नल सेवानिवृत्त अजय कोठियाल ने आज तमिलनाडु में हुई विमान दुर्घटना में देवभूमि उत्तराखंड की शान CDS बिपिन रावत,उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत की खबर पर अपनी संवेदना प्रकट की

उन्होंने कहा देश ने आज एक बहादुर और नायब हीरा खो दिया। उन्होंने इस दुख की घड़ी में शोक व्यक्त करते हुए कहा,सभी शहीद परिजनों को भगवान इस दुख की घड़ी में इस दुख को सहन करने की शक्ति दे ।

कर्नल कोठियाल ने बताया अपना मेंटोर और देश के प्रेरणास्रोत 

उन्होंने भावुक होते हुए कहा,बिपिन रावत हम सबके साथ ही पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत थे। उनके साथ मेरा और मेरे परिवार का पारिवारिक रिश्ता था। वो हमेशा से मेरे मेंटोर रहे और रहेंगे। मैने उनसे बहुत कुछ सीखा। मेरा सौभाग्य रहा की उनके साथ मुझे काम करने का मौका मिला।

उन्होंने बताया बिपिन रावत के पिताजी ने गोरखा रेजिमेंट में सिपाही के पद से लेकर लेफ्टिनेंट जनरल के पदों में रहकर देश सेवा की
जिससे प्रेरणा लेकर विपिन रावत भी सेना के सर्वोच्च पद पर रहने के बाद सीडीएस जैसे अहम पद पर पहुंचे 

कर्नल कोठियाल ने कहा,उन्होंने फौज में रहते हुए जो भी मिशन लिए उनको बखूबी अंजाम दिया और उनकी कार्यशैली के सभी मुरीद थे CDS BIPIN RAWAT MEMORY

 उरी मिशन और नार्थ ईस्ट में चीन के खिलाफ सफल अभियान 

कर्नल कोठियाल ने बताया हिम्मत और जज्बा उनके अंदर बचपन से ही था

जब 1978 में आईएमए से पास आउट हुए तो Sword of Honour सोर्ड ऑफ़ ऑनर लेने के बाद उन्होंने भी अपने पिताजी की तरह 11 गोरखा रेजिमेंट को चुना

अहम पदों पर रहते हुए और कई सफल मिशन को लीड करते हुए उन्होंने भारतीय सेना में अपनी वीरता से मिशाल पेश की

भारत के अलावा ब्रिगेडियर रहते हुए उन्होंने United Nations  के शांति मिशन को भी कमांड किया,

इसके बाद ब्रिगेडियर रहते हुए ही उन्होंने उरी में आतंकवाद के खिलाफ एक बड़े सफल अभियान को अंजाम दिया

इसके बाद उन्होंने मेजर जनरल रहते हुए बारामुला में भी आतंकियों के खात्मे के लिए एक बड़ा अभियान चलाते हुए Corps commander रहने के दौरान नार्थ ईस्ट इंडिया में चीन के खिलाफ एक सफलतापूर्वक अभियान चलाया

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खास उपलब्धि रही उनके नाम

उन्होंने बताया बिपिन रावत पहले ऐसे सैन्य अधिकारी रहे जो 3 साल तक आर्मी चीफ रहे जबकि आर्मी चीफ का कार्यकाल तकरीबन दो साल का होता है

इसके अलावा बड़ी सफलता तब मिली जब वो देश के पहले सीडीएस बने और देश के साथ साथ उत्तराखंड का नाम भी रोशन भी किया।

पहाड़ी पार्टी का आयोजन

उन्होंने अपनी यादों को साझा करते हुए कहा,मैं जब मेजर के पद पर था उस दौरान मेरी पहली मुलाकात बिपिन रावत से हुई थी

इसके बाद जब मैं दिल्ली में 4th गढ़वाल राइफल्स को कमांड कर रहा था तब उस दौरान मेरे द्वारा एक पहाड़ी पार्टी का आयोजन किया गया, जिसमें बिपिन रावत, अजित डोभाल, राजेन्द्र सिंह, अनिल धस्माना समेत उत्तराखंड के बड़े सैन्य अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने कहा बिपिन रावत मेरे मेंटोर भी थे CDS BIPIN RAWAT MEMORY

जब हुये किडनैप तो बिपिन रावत ने बचाया

इसके अलावा उन्होंने कहा,जब म्यांमार में इंटरनेशनल प्रोजेक्ट के दौरान हमारा किडनैप हुआ था,
तब सीडीएस विपिन रावत ने ही मध्यस्थता करते हुए हमें दुश्मनों के चंगुल से बाहर निकलने में मदद करी थी और उसके बाद उन्होंने भारत की सैन्य सुरक्षा हमें उपलब्ध कराई थी
जिस वजह से हमारा प्रोजेक्ट पूरा हुआ था।

2 साल पूर्व सपत्नी आये थे उत्तराखंड के गंगोत्री

इसके अलावा उन्होंने कहा,मेरे आग्रह पर 2019 में वो अपनी पत्नी के साथ गंगोत्री आये और जहां पर उन्होंने स्वामी सुंदरानंद आश्रम में लगभग 5 घण्टे व्यतीत किये और उत्तराखंड से जुड़े कई मुद्दों पर हमारी बातचीत भी हुई।

इसी दौरान उनकी धर्मपत्नी को गंगोत्री काफी पसंद आया था और उन्होंने इस जगह पर दुबारा एक हफ्ते रहने की बात कही थी

लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था और आज बेहद दुखद खबर ने सबको अंदर तक झकझोर कर रख दिया आज वो हमारे बीच नहीं रहे लेकिन वो हमेशा याद आयेंगे कर्नल कोठियाल का सीडीएस विपिन रावत को आखिरी सलाम CDS BIPIN RAWAT MEMORY

 

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