DehradunUttarakhand

उत्तराखंड के श्री भैरवनाथ मंदिर अपमान के वायरल वीडियो मामले में FIR दर्ज

FIR registered in the case of viral video of insult to Shri Bhairavnath temple of Uttarakhand

प्रमुख घटनाक्रम

• वीडियो वायरल: 17 दिसंबर को सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद वीडियो सामने आया, जिसमें मन्दिर परिसर में अभद्र व्यवहार दिखाया गया।

• घटना का विवरण: वीडियो में एक व्यक्ति को जूते पहने मन्दिर में घूमते और मूर्तियों से छेड़छाड़ करते हुए दिखाया गया।

•अपराधी की पहचान: जांच में पाया गया कि अपराधी केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्यों में लगी गावर कंपनी का मजदूर है।

पुलिस कार्रवाई

मुकदमा संख्या: 73/2024 कोतवाली सोनप्रयाग में दर्ज

कानूनी धाराएं: भारतीय दंड संहिता की धारा 298 और 331 के तहत कार्रवाई

आरोपी: सज्जन कुमार, संबंधित ठेकेदार और कंपनी के कर्मचारी

Rudraprayag/देहरादून,18 दिसंबर 2024 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में श्री भैरवनाथ मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला सामने आया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में यह व्यक्ति मंदिर परिसर में जूतों सहित घूमते हुए

और मूर्तियों से छेड़छाड़ करते हुए स्पष्ट रूप से दिख रहा है।

इस घटना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए रुद्रप्रयाग पुलिस ने कोतवाली सोनप्रयाग में एक प्राथमिकी दर्ज की है।

पुलिस के अनुसार, वीडियो में दिख रहा व्यक्ति केदारनाथ पुर्ननिर्माण कार्यों में लगी गावर कंपनी का मजदूर बताया जा रहा है।

क्या कहा पुलिस ने:

रुद्रप्रयाग पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह वीडियो थोड़ा पुराना प्रतीत होता है,

लेकिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है।

पुलिस ने आरोपी सज्जन कुमार और संबंधित ठेकेदार एवं कंपनी के कर्मचारी के खिलाफ BNS की धारा 298 (धार्मिक भावनाओं को आहत करना) और 331 (गृहभेदन) के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है

और जल्द ही उसे गिरफ्तार करने की उम्मीद है।

स्थानीय लोगों में रोष:

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी रोष है।

लोग इस तरह के कृत्य की निंदा कर रहे हैं

और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर उठे सवाल:

यह घटना एक बार फिर धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है।

ऐसे मामलों में पुलिस को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!