( वीडियो देखें ) महाकवरेज किसान आंदोलन,किसान-पुलिस भिड़ंत ( पार्ट-2 )

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देहरादून : केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए तीन कृषि कानूनों को वापस लिये जाने की मांग को लेकर आज संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा राजभवन के लिए कूच किया गया
जिस दौरान पुलिस और किसानों के बीच कईं बार टकराव की स्थिति बनी।
आप वीडियो देखें :—
और जब किसानों ने अचानक बदला रूट :—
आज सुबह किसान अपने-अपने ट्रैक्टर के साथ डोईवाला के गुरुद्वारा लंगर हॉल के समीप इकठ्ठे हुये।सुबह लगभग 10:40 बजे अचानक किसानों ने अपने ट्रैक्टर का रुख डोईवाला चौक की बजाय भानियावाला की ओर कर दिया।
जिसके बाद भानियावाला रोड पर फ्लाईओवर के मोड़ पर और उसके बाद लच्छीवाला टोल प्लाजा पर पुलिस के रोकने की तमाम कोशिशों के बाद किसान अपने ट्रैक्टर के साथ आगे बढ़ गये।
हर्रावाला पुलिस चौकी के पास एक बार फिर पुलिस ने हाइड्रा मशीन की मदद से सीमेंटेड बैरिकेड सड़क के बीचो-बीच रखकर
किसानों को रोकने का प्रयास किया लेकिन किसान विपरीत दिशा वाली सड़क पर ट्रैक्टर लेकर आगे बढ़ गये।
पुलिस का लगाया ट्रक-ट्राला बन गया मंच :—
हर्रावाला पुलिस चौकी के नजदीक पुलिस ने एक लंबा ट्रक-ट्राला लगाकर किसानों को रोका तो किसानों ने उसे ही अपना मंच बना डाला।
बड़ी संख्या में किसान नेता इस ट्राला पर चढ़ गए और उसे एक मंच के तौर पर इस्तेमाल करने लगे।
पुलिस लायी रोकने को ट्रक,किसानों ने लिया अपने कब्जे में :–
देहरादून के एक इंस्पेक्टर किसानों को रोकने के लिए एक ट्रक को जब मंच रूपी ट्रक-ट्राला के नजदीक लाये तो आंदोलनकारी किसान भड़क गये।
पहले कुछ आंदोलनकारी युवक इस ट्रक के सामने लेटे जिसके बाद नारेबाजी के बीच एक युवक ने ड्राइवर को हटाकर ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया।
मैडम हम छोटे भाई हैं,आपको हेलमेट की क्या जरुरत :–
आज पुरे आंदोलन के दौरान किसान नेता और पुलिस अधिकारी माहौल को शांतिपूर्ण बनाये रखने का प्रयास करते नजर आये।
आईआईपी के नजदीक जब पुलिस ऑफिसर श्वेता चौबे ने सुरक्षा की दृष्टि से अचानक सिर पर हेलमेट पहन लिया
तो किसान नेता मोहित उनियाल ने मुस्कुराते हुए कहा,
“मैडम आपको हेलमेट पहनने की क्या जरुरत है,हम तो आपके छोटे भाई हैं।”
इस पर श्वेता चौबे ने भी उन्हें अपना भाई बोलते हुए तुरंत विश्वास जताते हुए अपना हेलमेट उतार दिया।
और एडीएम को ज्ञापन के बाद किसान रैली का हुआ समापन :—
जिला प्रशासन की ओर से एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान मौके पर पहुंची।
किसान नेता उमेद बोरा ने उन्हें राज्यपाल के माध्यम से
देश के राष्ट्रपति को प्रेषित ज्ञापन को पढ़कर सुनाया और सौंपा।
मुकदमा दर्ज न करने की शर्त पर हुई रैली समाप्त :–
एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान और पुलिस अधिकारियों के सामने किसान नेता आंदोलन को लेकर किसी भी प्रकार का मुकदमा दर्ज नहीं किये जाने की शर्त पर अड़ गये।
किसान नेता हरेंद्र बालियान ने कहा कि,किसी भी किसान या उसके ट्रैक्टर को लेकर पुलिस-प्रशासन कोई मुकदमा दर्ज न करे।
अगर पुलिस ऐसा करती है तो किसान चुप नही बैठेंगें बल्कि और उग्र आंदोलन करेंगें।
इस पर एडीएम कुसुम चौहान और एसपी देहात प्रमेन्द्र डोभाल
ने कोई केस दर्ज न किये जाने का आश्वासन दिया
जिसके बाद किसानों ने अपनी ट्रैक्टर रैली समाप्त होने की घोषणा की।
जाहिद अंजुम ने कहा कि आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
आंदोलन स्थल पर किसानों द्वारा पीये गये पानी की बिखरी बोतलों को किसान नेता उमेद बोरा और मनोज नौटियाल ने सड़क से साफ़ करने का काम भी किया।