
देहरादून,15 अप्रैल 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : देहरादून की डोईवाला कोतवाली अंतर्गत हर्रावाला चौकी क्षेत्र में 14 अप्रैल, 2025 की रात एक जागरण में डीजे की तेज आवाज को लेकर विवाद हो गया.
शिकायतकर्ता प्रशांत कोठियाल ने पुलिस को सूचना दी कि तेज आवाज के कारण उनकी पांच दिन की बच्ची को परेशानी हो रही है.
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने डीजे की आवाज कम कराई,
लेकिन कुछ देर बाद शिकायतकर्ता ने दोबारा तेज आवाज की शिकायत की.
जब पुलिसकर्मी दोबारा पहुंचे और आवाज कम करने को कहा,
तो डीजे संचालकों और जागरण समिति के सदस्यों ने कथित तौर पर उनसे गाली-गलौज, हाथापाई और जान से मारने की धमकी दी.
इस दौरान एक पुलिसकर्मी के सिर में चोट भी आई और उसकी वर्दी फाड़ दी गई.
प्रथम शिकायत और पुलिस की कार्रवाई:
14 अप्रैल को लगभग 12:02 बजे, प्रशांत कोठियाल नामक व्यक्ति ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर बताया
कि उनके पड़ोस में एक जागरण चल रहा है
जिसमें बहुत तेज आवाज में डीजे बज रहा है।
उन्होंने बताया कि उनकी पांच दिन की बेटी है
जिसके कारण उन्हें काफी परेशानी हो रही है।
सूचना मिलने पर, कांस्टेबल आशीष राठी और कांस्टेबल मंजीत सिंह तुरंत काली माता मंदिर, जहां जागरण चल रहा था, पहुंचे।
पुलिसकर्मियों ने डीजे मालिक विपुल से बात कर डीजे की आवाज कम कराई
और उसका मोबाइल नंबर भी ले लिया ताकि दोबारा आवाज तेज होने पर उससे संपर्क किया जा सके।
दोबारा शिकायत और पुलिसकर्मियों पर हमला:
लगभग 12:30 बजे, शिकायतकर्ता प्रशांत कोठियाल ने फिर से पुलिस को फोन किया और बताया
कि जागरण में फिर से डीजे की आवाज तेज कर दी गई है।
इस पर, कांस्टेबल आशीष राठी और कांस्टेबल मंजीत सिंह एक बार फिर मौके पर पहुंचे।
वहां उन्होंने डीजे चला रहे गोलू, सागर और निक्कू को डीजे की आवाज निर्धारित मानकों के अनुसार करने को कहा।
आरोप है कि इस पर इन व्यक्तियों ने पुलिसकर्मियों से बहस करना शुरू कर दिया।
इसके बाद, जागरण समिति के सदस्य अनिल, सौरव, अंकित पासवान, विनय पासवान और अन्य पुरुषों व महिलाओं के साथ मिलकर उन्होंने दोनों पुलिसकर्मियों के साथ गाली-गलौज और हाथापाई की।
उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पुलिसकर्मी घायल, वर्दी फाड़ी गई:
शिकायत में कांस्टेबल आशीष राठी ने बताया कि जब वह अपने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बना रहे थे,
तो उनका फोन गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया।
हाथापाई के दौरान उनकी वर्दी भी फाड़ दी गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि सभी व्यक्तियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की
और उनमें से किसी ने अज्ञात वस्तु से उनके सिर पर वार कर दिया,
जिससे उनके सिर में चोट लग गई और खून बहने लगा।
चोट के कारण उन्हें काफी दर्द हो रहा था,
जिसके चलते उन्हें अस्पताल जाना पड़ा और उन्होंने अपना मेडिकल कराया।
डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी,
जिसके बाद वह चौकी में सूचना देकर अपने कमरे में चले गए और सो गए।
मुकदमा दर्ज करने की अपील:
अब कांस्टेबल आशीष राठी थाने में आकर उपरोक्त व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने अपने शिकायती पत्र में आरोपियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।