“उत्तराखंड में फार्मेसी नियमों को सख्त करने की मांग” फार्मासिस्ट संघ ने सौंपा ज्ञापन
"Demand to tighten pharmacy rules in Uttarakhand" Pharmacists Association submitted memorandum
देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : आज बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर रावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के शीर्ष औषधि नियामक अधिकारियों से मुलाकात की।
इस बैठक में फार्मेसी क्षेत्र में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे गए, जिन पर अधिकारियों ने सहमति जताई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर रावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने देहरादून में ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह , ADC गढ़वाल सुधीर कुमार, ADC कुमाऊं हेमंत नेगी से मुलाकात की
इस दौरान कुछ बिंदुओं पर सहमति जताई गयी है
1) बिना फार्मासिस्ट की उपस्थिति के संचालित मेडिकल स्टोर पर तत्काल छापेमारी अभियान शुरू किया जाय।
2) क्लिनिकल एक्ट के तहत संचालित झोलाछापों , बंगालियों के यहां छापेमारी के लिए CMO/ACMO के नेतृत्व वाली टीम में ड्रग कंट्रोलर के मेंबर भी रहेंगे ।
3) यदि कोई फार्मासिस्ट अपना लाइसेंस बनवाना चाहता है तो दलालों के पास न जाकर डायरेक्ट अपनी फाइल अपलोड करे एडीसी उसको सरकारी फीस पर तुरंत पास करेगे ।
4) संघ ने स्पष्ट कहा कि जिन फार्मासिस्टों के लाइसेंस किराए पर है और वो वहां पर मौजूद नही रहता तो उसका लाइसेंस तत्काल निरस्तीकरण की कार्यवाही शुरू की जाय
अन्यथा हमारा संघ उग्र आंदोलन को मजबूर होगा ।
साथ ही एक सहमति बनी की प्रत्येक जिले /कस्बे में मेडिकल स्टोर संचालित फार्मासिस्ट अपनी केमिस्ट एसोशियेसन बनाएं।