
एक महिला के द्वारा गलत क्यू आर कोड स्कैन हो जाने पर उसके खाते से एक लाख रुपये की रकम का नुकसान हो गया.
साइबर क्राइम सेल ने मामले में कार्रवाई करते हुये तत्काल रकम लौटा दी है.
> बार कोड की तरह है क्यू आर कोड
> गलत खाते में ट्रांसफर हुई थी रकम
> ऋषिकेश की महिला का है मामला
> पंजाब के अमृतसर पहुंच गयी रकम
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून :
कार लेने के लिए ट्रांसफर की रकम
ऋषिकेश के इंद्रा नगर में रहने वाली पूजा सांई प्रकाश माल्या नाम की महिला ने कार लेने की एवज में ₹1,00,000/-(एक लाख रुपये) गलत क्यू आर कोड में पैसे ट्रांसफर कर दिए.
अपनी गलती का एहसास होने पर पूजा साईं ने देहरादून की साइबर क्राइम सेल से संपर्क किया.
पुलिस सुपरिन्टेन्डेन्ट स्पेशल ऑपरेशन नीरज सेमवाल ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए जिस पर मामले की जांच-पड़ताल शुरू की गयी.
क्या होता है QR कोड ?
दरअसल बार कोड की तरह ही QR कोड भी काम करता है. जिसे Quick Resonse Code कहा जाता है यह किसी भी प्रकार के डाटा को Encrypted फॉर्म में रखता है.
साइबर पुलिस ने किया खाताधारक से कांटेक्ट
देहरादून साइबर क्राइम सेल के इंचार्ज सतबीर बिष्ट की टीम ने जब अपनी साइबर पड़ताल की तो उनके हाथ संबंधित क्यू आर कोड के पेटीएम खाताधारक लग गया.
साइबर पुलिस ने पंजाब के अमृतसर में रहने वाले दीपक अरोड़ा नाम के खाताधारक को संपर्क किया इसके साथ ही पुलिस ने जब संबंधित बैंक के मैनेजर से वार्ता कर पत्राचार करा तो इस कार्रवाई के एक घंटे के अंदर ही एक लाख रुपये की रकम पूजा के अकाउंट में वापस ट्रांसफर कर दी गयी है.
पूजा ने किया साइबर पुलिस का धन्यवाद
देहरादून की साइबर क्राइम पुलिस के द्वारा तत्काल कार्रवाई कर एक लाख रुपये की रकम एक घंटे में ही खाते में वापस दिलाने पर आवेदिका पूजा ने पुलिस की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए उनका आभार व्यक्त किया है.