
देहरादून के लाल तप्पड़ क्षेत्र में एक व्यक्ति कथित तौर पर दो नाबालिग बच्चियों को बहला-फुसलाकर बाइक पर अपहरण कर ले जा रहा था जिसे तत्परता दिखाते हुये लाल तप्पड़ चौकी प्रभारी विकेन्द्र कुमार ने पकड़ने में सफलता प्राप्त की है.
> नाबालिग बच्चियों को छुड़ाने पर एसआई विकेन्द्र कुमार सम्मानित
> दो बच्चियों को अन्यत्र ले जाकर बेचने की मंशा से किया था अपहरण
> माता-पिता की शिनाख्त पर बीच रास्ते दबोचा अपहरणकर्ता को
> एक संगठन के द्वारा इंचार्ज विकेन्द्र कुमार को किया सम्मानित
वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम
यूके तेज से जुड़ने के लिये
वाट्सएप्प करें 8077062107
रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून : प्राप्त जानकारी के अनुसार कल दोपहर लगभग 12:00 बजे डोईवाला के लाल तप्पड़ में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन के निकट स्थित साईं मंदिर के पास 13 और 10 साल की दो नाबालिग बच्चियां घूम रही थी.
उसी वक्त बाइक पर सवार एक व्यक्ति ने बहला-फुसलाकर दोनों बच्चियों का अपहरण कर लिया यह व्यक्ति इन दोनों बच्चों को अपनी बाइक पर बिठाकर चलता बना.
इन बच्चों के मां-बाप के द्वारा जब लाल तप्पड चौकी में इसकी सूचना दी गई तो चौकी इंचार्ज विकेन्द्र कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चियों की खोजबीन शुरू की.
इसी दौरान श्यामपुर फाटक के पास मोटरसाइकिल पर सवार एक व्यक्ति को अपहरण की गई दोनों नाबालिग बच्चियों के साथ जाते हुए पाया गया पुलिस द्वारा तत्काल उस व्यक्ति को हिरासत में लिया गया.
बच्चियों को बिहार में बेचने का था प्लान
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर आरोपी राजकुमार ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के जिला गोपालगंज का रहने वाला है और कुछ दिनों पहले ही काम की तलाश में उत्तराखंड आया था.
वह वर्तमान में मुनी की रेती में किराए पर रह रहा था.
काम की तलाश में इधर-उधर घूमने के दौरान जब वह डोईवाला से वापस मुनी की रेती की तरफ जा रहा था तभी रास्ते में उसे दो बच्चियां जाती हुई दिखाई दी जिन्हें देखकर उसके मन में लालच आ गया.
उसने सोचा कि यदि मैं इन बच्चियों का अपहरण कर किसी तरह बिहार ले जाऊं तो वहां इन्हें बेच कर अच्छे पैसे कमा सकता हूं.
जिस पर इन बच्चियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाने का प्रयास किया लेकिन जब वह नहीं मानी तो वह उन्हें डरा धमका कर अपने साथ ले गया.
आरोपी ने बताया कि उसकी योजना थी कि वह पहले इन बच्चियों को मुनी की रेती में अपने किराए के कमरे में लेकर जाएगा और जब मामला शांत हो जाएगा तो मौका देखकर इन बच्चियों को बिहार ले जाता लेकिन मुनी की रेती पहुंचने से पहले ही श्यामपुर फाटक के पास पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
लाल तप्पड़ चौकी इंचार्ज विकेन्द्र कुमार की तत्परता और सूझबूझ से दोनों बच्चियों को सफलतापूर्वक छुड़ाने पर श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं के द्वारा पटका पहनाकर चौकी प्रभारी विकेन्द्र कुमार को सम्मानित किया गया.