उत्तराखण्ड में सर्वप्रथम यू.सी.सी.लागू किए जाने पर मुख्यमंत्री धामी मुंबई में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति पुरस्कार से हुए सम्मानित
Chief Minister Dhami honored with Dr. Shyama Prasad Mukherjee Memorial Award in Mumbai for implementing UCC for the first time in Uttarakhand.

देहरादून/मुंबई ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को दादर, वेस्ट मुंबई में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस एवं उत्तराखंड में सर्वप्रथम यू.सी.सी. लागू किए जाने के उपलक्ष्य में आयोजित ‘डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सम्मान समारोह’ में भाग लिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्मृति सम्मान से भी सम्मानित किया गया।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार और योगदान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि डॉ. मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन भारत की एकता और अखंडता के लिए समर्पित किया।
वह एक महान विचारक थे जिन्होंने भारतीय जन संघ की नींव रखी, जो आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
उन्होंने समानता, एकता, और न्याय का समर्थन किया और देश को ‘एक विधान, एक प्रधान, एक निशान’ का मंत्र दिया।
समान नागरिक संहिता की पहल
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड ने संविधान के अनुसार समान नागरिक संहिता विधेयक पारित कर राष्ट्रपति की मंजूरी प्राप्त की है।
उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है जिसने समान नागरिक संहिता लागू की है।
विधानसभा चुनाव 2022 में जनता द्वारा दोबारा सत्ता में लाने के बाद, राज्य सरकार ने वादे के अनुसार समान नागरिक संहिता को लागू करने का कार्य पूरा किया।
सभी वर्गों के विचारों को एकत्र कर संहिता का ड्राफ्ट तैयार किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में अनेक ऐतिहासिक कार्य हुए हैं।
तीन तलाक को समाप्त किया गया और राम मंदिर निर्माण का सपना साकार हुआ।
उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य की पवित्रता और संस्कृति की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
इस अवसर पर मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार, लोकसभा सांसद प्रताप चंद सारंगी, पद्मश्री मनोज जोशी, और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।