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( हेल्थ ) मानसिक रोगों की अनदेखी हो सकती है घातक : डाॅ. प्रियरंजन अविनाश

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देहरादून : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर

स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी (SRHU) के अधीन

हिमालयन हाॅस्पिटल जॉलीग्रांट के मनोचिकित्सा विभाग की ओर से जागरुकता अभियान चलाया गया।

इस दौरान ओपीडी में आने वाले मरीजों को मानसिक रोग के लक्षण व बचाव के विषय में जानकारी दी गयी।

शनिवार को मनोचिकित्सा विभाग की ओपीडी में आने वाले मरीजों के साथ अन्य लोगांे को मानसिक स्वास्थ्य से सबंधित रोग की जानकारी दी गयी।

विभाग के डाॅ. प्रियरंजन अविनाश ने कहा वर्तमान में कई कारणों के चलते लोग डिप्रेशन या अन्य मानसिक बीमारियों से ग्रसित हो रहे।

कई बार यह रोग इतना अधिक बढ़ जाता है कि रोगी को आत्महत्या के ख्याल आने लगते हे।

विश्व को मानासिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य के लिए यह दिवस मनाया जाता है।

कहा कि शारीरिक रूप से बीमार व्यक्ति को पता होता है कि वह बीमार है परन्तु मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति को कई बार पता ही नहीं चलता है कि वह खुद इस बीमारी से पीड़ित है।

उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति उदास रहता है, दोस्तों, परिवार से अलग रहता है,

मूड का बार-बार बदलना, असामान्य बर्ताव करना, घबराहट या डर लगना जैसे लक्ष्ण दिखें तो ऐसे मनोचिकित्सक की सहायता लेनी चाहिए।

कई बार मानासिक रोग की अनदेखी घातक हो जाती है।

डाॅ. रोबिन विक्टर ने कहा कि मानसिक रोगी के साथ सामान्य बर्ताव करना चाहिए।

मानसिक रोग से पीड़ित लोगों की मदद करने के साथ उनका ख्याल रखना चाहिएत् प्रतिवर्ष मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए एक रखी जाती है।

इस बार सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्यः अधिक से अधिक निवेश, ज्यादा से ज्यादा पहुंच की थीम पर पूरे विश्व में कायक्रम आयोजित किये जायेंगे।

डाॅ. रुपाली रोहतगी, डाॅ, शर्मी नेगी, डाॅ. अरजिंदर पाल, डाॅ. अंशु ने भी उपस्थित लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी।

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