
देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : डोईवाला स्थित शहीद दुर्गा मल्ल राजकीय महाविद्यालय में छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर एक बार फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कैंडिडेट ने विजय का परचम लहराया है
NSUI का सूपड़ा साफ
इस छात्र संघ चुनाव में NSUI को करारी हार का सामना करना पड़ा है
एनएसयूआई को चारों खाने चित्त होना पड़ा है
उनका एक भी कैंडिडेट विजयी नहीं रहा है
एनएसयूआई का खाता भी नही खुल पाया है
उनके सभी प्रत्याशियों को करारी हार का सामना करना पड़ा है
इतने वोट से जीता अध्यक्ष
छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी प्रत्याशी मोहित डंगवाल ने 219 वोट के अंतर से अपनी जीत दर्ज की है
छात्र संघ चुनाव में मोहित डंगवाल एबीवीपी के कैंडिडेट को 549 वोट प्राप्त हुए जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी एनएसयूआई के संजू ठाकुर को 330 वोट प्राप्त हुए
इस प्रकार मोहित डंगवाल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रत्याशी 219 वोट से विजयी रहे
छात्रसंघ चुनाव में इन्होने की जीत दर्ज
अध्यक्ष पद पर —मोहित डंगवाल (ABVP)
महासचिव —पायल पंवार ( आजाद ग्रुप )
उपाध्यक्ष—गार्गी शर्मा (ABVP)
सह सचिव —-रिया भंडारी (ABVP)
कोषाध्यक्ष—-गौरव रौतेला ( ABVP)
विश्व विद्यालय प्रतिनिधि— आशुतोष सिंह (ABVP)
निर्वाचित हुए हैं
निर्वाचन के तत्काल बाद सभी को शपथ ग्रहण भी करवायी गयी है
मुख्य रूप से इस छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ,भारतीय राष्ट्र छात्र संगठन (एनएसयूआई) और आजाद ग्रुप की भूमिका रही
लेकिन छात्र संघ अध्यक्ष पद के लिए मुख्य रूप से सीधा मुकाबला एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच रहा
सुबह शुरू हुआ मतदान
आज सुबह 8:00 बजे से कॉलेज में पांच पोलिंग बूथ पर छात्रों ने अपने वोट डालने शुरू किये
दोपहर 2:00 बजे तक कुल मिलाकर 60% मतदान हुआ
इसके बाद दोपहर 2:00 बजे से मतगणना शुरू की गई
छात्रों के मुकाबले लगभग दुगनी छात्राओं की संख्या
कॉलेज निर्वाचन कार्यालय के अनुसार शहिद दुर्गा मल्ल डिग्री कॉलेज में कुल 1496 अधिकृत मतदाता थे
जिनमें कुल छात्र मतदाताओं की संख्या 500 तो इसे लगभग दुगनी संख्या 996 छात्राओं मतदाताओं की है
छात्र संघ चुनाव 2023-24 के लिए आज होने वाले मतदान को लेकर पांच पोलिंग बूथ बनाए गए थे जिनमें बीए , एम ए बीकॉम और बीएससी के अधिकृत मतदाताओं (स्टूडेंट्स) ने अपना वोट डाला
डमी कैंडिडेट नहीं आया काम
कहते हैं मोहब्बत और जंग में सब जायज है
इसी में एक नाम और जुड़ जाता है राजनीति का
राजनीति में तमाम तरह के प्रपंच और तिकड़म भिड़ानी पड़ती है
आम लोगों में चर्चा का विषय यह रहा कि
इसी रणनीति के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिकृत प्रत्याशी मोहित डंगवाल के वोट काटने की रणनीति के तहत एक डमी कैंडिडेट उनके मिलते-जुलते नाम से खड़ा किया गया
जिसका बैलेट पेपर पर प्रत्याशी नंबर वन था लेकिन बावजूद इसके एक मजबूत पड़कर चलते अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एक बार अपनी जीत को फिर से दोहराया है