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डोईवाला गन्ना किसानों की क,ख,ग……..आखिर क्यूं बैठे धरने पर

बीते दिन डोईवाला गन्ना समिति से जुड़े किसानों के द्वारा डोईवाला सुगर मिल परिसर में दरी बिछाकर धरना और प्रदर्शन किया गया गन्ना किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर विभिन्न चिंता जाहिर की है.

इन्होने किया मिल परिसर में प्रदर्शन

संयुक्त किसान मोर्चे के अध्यक्ष ताजेन्द्र सिंह, किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह,गन्ना सोसायटी के अध्यक्ष मनोज नौटियाल, किसान यूनियन के नेता हरेंद्र बालियान, किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह खालसा, किसान सभा मण्डल सचिव याक़ूब अली, मण्डल अध्यक्ष बलबीर सिंह,किसान नेता उमेद बोरा , गुरदीप सिंह, किसान नेता मोहित उनियाल व गौरव चौधरी, डारेक्टर कमल अरोड़ा आदि ने सम्बोधित किया.

प्रदर्शन में जगजीत सिंह, हरबंश सिंह, गुरमेल सिंह, प्रताप सिंह, जरनैल सिंह, नरेश चौधरी, सुरेश बालियान,बीरेंद्र, भगवान सिंह, नीरज कुमार, नीतीश कुमार, बिंदा, गुरचरण सिंह, मांगेराम, पप्पू राणा, मोहित, आदि किसान उपस्थित थे.

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रजनीश प्रताप सिंह तेज

देहरादून : किसानों को घूर रहा खेत में खड़ा गन्ना

यूके तेज से बात करते हुये किसान नेता बलबीर सिंह ने बताया कि फरवरी माह में गन्ने की आपूर्ति मात्र 3000 क्वंटल प्रति दिन रही.

जिसे किसानों की मांग के चलते बाद में मार्च के महीने में बढाकर 11000 क्वंटल प्रति दिन कर दिया गया है.
फरवरी में कम आपूर्ति के चलते डोईवाला के अधिकतर किसानों का गन्ना बड़ी मात्रा में अभी खेतों में ही खड़ा है.

ऐसा प्रतीत होता है कि अपनी सुध लेने की बाट जोह रहा गन्ना किसान को घूर रहा हो.

मिल बंद,’होली’ चालू

किसान बलबीर सिंह ने बताया कि बीच के समय में सुगर मिल 4 दिनों के लिये बंद रही.

इसके साथ ही होली के त्यौहार को देखते हुये काश्तकारों की लेबर भी अपने-अपने घर को चली गयी. ऐसे में काश्तकार गन्ने की सप्लाई दे भी तो कैसे ? इस समस्या का भी हमें सामना करना पड़ रहा है.

पेराई सत्र खत्म होने की आहट

कृषक नेता उमेद बोरा ने बताया कि सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 मार्च को चीनी मिल प्रशासन पेराई सत्र समाप्ति का नोटिस चस्पा कर सकता है जिसके दो-चार दिनों के बाद मिल बंद हो सकती है.

किसान की सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि यदि इस जानकारी के मुताबिक मिल बंद होती है तो किसानों का बड़ी मात्रा में गन्ना खेतों में खड़ा रह जायेगा.

टोकन को टाटा

उमेद बोरा ने जानकारी देते हुये बताया कि 3 टोकन पर 27 कुंटल की पर्ची आती है जिस पर कभी 35 से 36 कुंटल भी तुल जाता है.

ऐसे में अतिरिक्त गन्ने की तुलाई होने पर हमारे टोकन कट कर दिये गये जिससे किसानों की पर्ची नही आयी और वही समस्या गन्ना खेतों में अब भी खड़ा है.

गन्ने का गुणा-भाग

किसान नेता उमेद बोरा ने बताया कि 24 नवंबर 2022 से 11 मार्च 2023 तक डोईवाला गन्ना समिति का लगभग प्रतिदिन 9000 कुंटल गन्ना गया है. इसका मतलब है लगभग 9.5 लाख कुंटल गन्ना डोईवाला समिति के द्वारा सप्लाई किया गया है

हमारी शुरू से ही 14.5 लाख कुंटल गन्ना आपूर्ति की मांग रही है.

इस हिसाब से 5 लाख कुंटल गन्ना हमारा अभी शेष है.

एग्जाम सिर पर सिलेबस ज्यादा

उमेद बोरा का कहना है कि यदि 31 मार्च को मिल बंद होती है तो हमारे पास केवल 20 दिन शेष हैं.

जबकि 9000 कुंटल प्रति दिन आपूर्ति के हिसाब से लगभग 50 दिनों की जरुरत है.

यह कुछ इसी तरह से है कि एग्जाम सिर पर हो और सिलेबस ज्यादा है.

 

 

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