Dehradun

अखिल भारतीय किसान सभा का डोईवाला मंडल सम्मेलन आयोजित,बलबीर सिंह बने अध्यक्ष

In the third divisional conference of All India Kisan Sabha in Doiwala, Uttarakhand, farmers unitedly presented their struggles and issues. In this conference, farmer leaders targeted the central and state governments and demanded protection of the interests of farmers.

देहरादून,11 नवंबर 2024 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के डोईवाला में अखिल भारतीय किसान सभा के तीसरे मंडल सम्मेलन में किसानों ने अपने संघर्षों और मुद्दों को एकजुट होकर रखा।

इस सम्मेलन में किसान नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा और किसानों के हितों की रक्षा की मांग की।

सम्मेलन का संचालन जाहिद अंजुम के द्वारा किया गया

सम्मेलन के मुख्य बिंदु:

भूमि अधिग्रहण का विरोध: किसानों ने डोईवाला में इंटीग्रेटेड टाउनशिप योजना के खिलाफ अपने लंबे संघर्ष को याद किया और सरकार के इस फैसले को वापस लेने के लिए किए गए प्रयासों पर चर्चा की।

गन्ना मूल्य: किसानों ने गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने जिसे 500 रुपये प्रति कुंतल किये जाने की मांग की गयी और भुगतान में देरी न करने की मांग की।

जंगली जानवरों से नुकसान: किसानों ने जंगली जानवरों, खासकर हाथियों से फसलों को होने वाले नुकसान के मुद्दे को उठाया और सरकार से मुआवजे की मांग की।

संगठन का विस्तार: किसान सभा ने अपनी सदस्यता बढ़ाने और संगठन को मजबूत बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई।

प्रस्तुत रिपोर्ट में बताया गया कि गत वर्ष मंडल स्तर पर सदस्यता 600 रही

वह इस वर्ष 400 है

जिसे आगे बढाकर 1000 सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है

डोईवाला कार्यालय : किसान सभा द्वारा डोईवाला में संगठन के कार्यालय को खोले जाने को लेकर प्रयास किये जाने की बात कही गयी है

किसानों का अथक संघर्ष

सम्मेलन में जाहिर किया गया कि पिछले वर्ष डोईवाला क्षेत्र में किसानों की भूमि को ‘इंटीग्रेटेड टाउनशिप योजना’ के तहत अधिग्रहित करने की कोशिश की गई थी।

इसके खिलाफ किसानों ने 46 दिन तक लगातार आंदोलन किया और 26 दिन तक धरना दिया।

इस आंदोलन में अखिल भारतीय किसान सभा ने भी अहम भूमिका निभाई।

इस आंदोलन के परिणामस्वरूप सरकार को अपना फैसला वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा।

हालांकि, इस आंदोलन के दौरान 12 किसानों, जिनमें से 3 किसान सभा के सदस्य भी थे, पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया।

अखिल भारतीय किसान सभा का दृष्टिकोण

सम्मेलन में अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह सजवाण ने स्पष्ट किया कि

यह संगठन कोई राजनीतिक संगठन नहीं है,

बल्कि किसानों का स्वतंत्र संगठन है।

उन्होंने कहा कि देश में किसान और मजदूर का शासन होना चाहिए और जो भी उनके खिलाफ है, वह हमारा शत्रु है।

सजवान ने किसानों के मुद्दों पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करे, क्योंकि वर्तमान सरकार किसान-मजदूर विरोधी है।

उन्होंने गन्ना मूल्य बढ़ाने और भुगतान समय पर करने की मांग की।

क्षेत्रीय मुद्दों पर आंदोलन

सम्मेलन में यह भी उभरकर सामने आया कि डोईवाला किसान सभा ने स्थानीय मुद्दों पर भी लगातार आंदोलन किए हैं।

इनमें गन्ना मूल्य एवं भुगतान, वन्यजीवों द्वारा फसलों का नुकसान और भूमि अधिग्रहण जैसे मुद्दे शामिल हैं।

आगामी कार्यक्रम

सम्मेलन में यह भी घोषणा की गई कि 26 नवंबर 2024 को संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त ट्रेड यूनियन समन्वय समिति के द्वारा देश भर के जिला मुख्यालयों पर संयुक्त रैली और प्रदर्शन किया जाएगा।

इस प्रकार, उत्तराखंड के डोईवाला में अखिल भारतीय किसान सभा के इस सम्मेलन ने क्षेत्रीय स्तर पर किसानों के एक्टिविज्म को उभारकर सामने लाया है।

किसानों ने अपने मुद्दों को एकजुट होकर रखा और केंद्र तथा राज्य सरकार पर निशाना साधा है।

बलबीर सिंह बने अध्यक्ष

इस अवसर पर किसान सभा की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया

जिसमें

सरदार बलवीर सिंह को अध्यक्ष,

सरजीत सिंह उपाध्यक्ष ,

याकूब अली सचिव,

उप सचिव हरीश कुमार ,

उप सचिव अनूप कुमार,

कोषाध्यक्ष जसवीर सिंह

को बनाया गया है

कार्यकारी सदस्य के रूप में बलवीर सिंह खैरी, जगजीत सिंह खैरी ,पूरन सिंह खैरी प्रेम सिंह पाल चांदमारी,हरबंस सिंह चांदमारी ,मलकीत सिंह चांदमारी ,नरेंद्र सिंह माजरी, सतपाल माजरी, जाहिद अंजुम तेलीवाला, साधुराम बाजा वाला, इकराम तेलीवाला, अमरीक सिंह चांडी शेरगढ़, आदि को सदस्य बनाया गया है

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