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भाकियू (टिकैत) ने डोईवाला में निकली ट्रैक्टर रैली,सरकार मांगें पूरी करे वर्ना दे ‘सल्फास’

Doiwala tractor rally of Bhakiyu (Tikait) stopped in Lachhiwala, demanded 'Sulfas' from the government in the memorandum

 

देहरादून,21 अगस्त 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : आज भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट [ Bhartiya Kisan Union (Tikait Group) ]के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया.

यह रैली स्मार्ट मीटर का विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर आयोजित की गयी.

रैली डोईवाला से शुरू होकर ऊर्जा भवन देहरादून Urja Bhawan,Dehradun पहुंचनी थी.

लेकिन लच्छीवाला टोल प्लाजा पर रैली को पुलिस बल द्वारा रोक दिया गया.

इस दौरान प्रधानमंत्री के नाम दिये ज्ञापन में किसानों ने अपनी मांग पूरी न कर सकने की स्थिति में सरकार से सल्फास की मांग की.

भाकियू ( टिकैत ) ने निकाली ट्रैक्टर रैली

BKU (Tikait) took out a tractor rally

आज डोईवाला के गुरुद्वारा श्री लंगर हॉल परिसर में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ एकत्रित हुए.

भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट परवादून के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह खालसा के नेतृत्व में किसानों ने ट्रैक्टर रैली की शुरुआत की.

लच्छीवाला टोल प्लाजा पर रैली को पुलिस बल द्वारा रोक दिया गया

जिसके बाद किसान वहीं धरना देकर कुछ देर के लिए बैठ गये.

ऊर्जा भवन देहरादून से डोईवाला पहुंचे अधिशासी अभियंता को किसानों द्वारा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया.

क्या हैं किसानों की प्रमुख मांगें

लच्छीवाला टोल पर पुलिस द्वारा रोके जाने पर किसानों ने सरकार से अपनी मांगो को उठाया.

पहली मांग : स्मार्ट मीटर का विरोध

किसान स्मार्ट मीटर का विरोध कर रहे हैं.

उनका कहना है कि सरकार उनकी फसल के पैसे तो कईं महीनों के बाद देती है.

जबकि स्मार्ट मीटर के पैसे शुरू में लिए जा रहे हैं.

किसानों ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर से बिजली के बिल गलत-सलत आ रहे हैं.

किसानों का कहना है कि सरकार को “स्मार्ट” करना है तो “स्मार्ट स्कूल”,”स्मार्ट हॉस्पिटल” और किसानों के लिए “स्मार्ट योजना” लाये.

किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार ने अडानी की कंपनी को स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका दिया है.

दूसरी मांग: बिजली के बिलों में छूट

किसानों की मांग है कि सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले ट्यूबवेलों पर बिजली मुफ्त की जाए, जैसा कि पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में किया जा रहा है.

उनका कहना है कि उत्तराखंड के किसान भी अन्य राज्यों के किसानों की तरह ही हैं और उन्हें भी यह सुविधा मिलनी चाहिए.

तीसरी मांग : फसलों का सही दाम (MSP)

किसान अपनी फसलों के लिए उचित और लाभकारी मूल्य (Minimum Support Price – MSP) की मांग कर रहे हैं.

गन्ने का मूल्य 500 रुपये प्रति कुंटल ,धान पर 500 रुपये कुंटल की सब्सिडी देने की मांग की गयी है.

अन्य मांगें

घरेलू बिजली सस्ती करो

किसानों की चकबंदी

जंगली जानवरों की नसबंदी

जैविक क्रय केंद्र खोले जाये

पहाड़ के किसानों के हालत सुधारने के लिए माल्टा,बुरांश के लिए फैक्ट्री लगायी जाये

सल्फास की करी मांग

किसानों ने आज देश के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें किसानों की प्रमुख मांगों का उल्लेख किया गया है.

कहा गया कि “अगर सरकार के बस का कुछ नहीं है तो हमें सल्फास दें “ .

टोल प्लाजा ,प्रबंधक पर बिफरे किसान

आज देहरादून कूच के दौरान पुलिस बल द्वारा रोके जाने के प्रकरण के दौरान जमा किसानों ने टोल पर भी प्रदर्शन किया.

किसानों का आरोप है कि स्थानीय किसानों से जबरन टोल वसूला जा रहा है.

इस पर टोल प्रबंधक द्वारा किसानों की मांग पर समाधान का आश्वासन दिया गया है.

ये रहे प्रमुख रूप से उपस्थित

सरदार गुरदीप सिंह, प्रदेश संयोजक जगतार सिंह बाजवा,बिन्नू टिकैत,अध्यक्ष कांग्रेस मोहित उनियाल ,ब्लॉक प्रमुख गौरव चौधरी,सागर मनवाल,जिला अध्यक्ष महिला कांग्रेस अंशुल त्यागीसुनील बालियान,अजय बालियान, गिरीश राणा,प्रवीन मलिक,सुनील चौधरी,मांगेराम ,जिला आदि प्रमुख थे

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