Dehradun

“गुमनाम दानवीर” ने इस प्राइमरी स्कूल को भेंट की ₹50,000 से अधिक की स्टेशनरी

An "anonymous donor" donated stationery worth more than ₹50,000 to this primary school

• गुमनाम दानवीर ने बच्चों को ₹50,000+ की स्टेशनरी दी

• प्राइमरी स्कूल के छात्रों की दुनिया हुई रोशन

• प्रत्येक छात्र को मिली भरपूर अध्ययन सामग्री

• प्रधानाध्यापक ने गुमनाम दान का धन्यवाद किया

• निस्वार्थ सेवा का यह अनोखा उदाहरण

देहरादून,5 जुलाई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : जब दुनिया में नाम कमाने की होड़ लगी है, तब कुछ ऐसे भी हैं जो गुमनामी में रहकर नेक काम करते हैं और दूसरों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरते हैं.

राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में आज ऐसा ही एक हृदयस्पर्शी वाकया देखने को मिला, जहाँ एक अज्ञात दानवीर ने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए ₹50,000 से अधिक की अध्ययन सामग्री गुप्त रूप से भेंट की.

 एक नेक पहल

ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलने पर आज राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में विद्यालय प्रबंधन समिति की जुलाई माह की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई.

समिति अध्यक्ष सीमा की अगुवाई में हुई इस बैठक में छात्रों की पढ़ाई-लिखाई में प्रगति, छुट्टियों के दौरान दिए गए गृह कार्य और आगामी बरसात के मौसम को देखते हुए आपदा से बचाव की तैयारियों पर गहन चर्चा हुई.

साथ ही, डायरिया की रोकथाम, छात्रवृत्ति और जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के ऑनलाइन आवेदनों पर भी बात हुई.

गुमनाम नायक का अनमोल तोहफा

बैठक के दौरान एक बेहद सुखद घोषणा हुई.

एक ऐसे दानवीर सज्जन, जिन्होंने अपना नाम गुप्त रखने का अनुरोध किया है, ने विद्यालय के सभी 106 छात्र-छात्राओं के लिए ढेर सारी स्टेशनरी उपलब्ध कराई.

विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष ने अपने हाथों से यह सामग्री बच्चों को वितरित की.

विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह सोलंकी ने इस गुमनाम दानवीर के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया.

उन्होंने कहा कि आज के दौर में जहाँ लोग अक्सर नाम और शोहरत के लिए काम करते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी महानुभाव हैं जो बिना किसी पहचान की चाहत के, निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करते हैं.

उन्होंने बताया कि इस दानवीर ने प्रत्येक छात्र-छात्रा के लिए 200 पेज की 5-5 कॉपियां, एक ड्राइंग फाइल, पेंसिल, इरेजर, स्केच पेन और वैक्स कलर उपलब्ध कराए हैं.

प्रधानाध्यापक ने बताया कि इस स्टेशनरी की अनुमानित लागत ₹50,000 से भी अधिक है.

सोलंकी जी ने सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अभिभावकों की ओर से उस दानवीर सज्जन का हृदय से धन्यवाद किया.

उन्होंने इस नेक कार्य में माध्यम बनने वाली दोनों मैडमों को भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया.

उपस्थित जन

आज की इस बैठक में विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सीमा, प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह सोलंकी, सहायक अध्यापक उषा चौधरी, मीना घिल्डियाल, मधुलिका, वीरेंद्र उनियाल, भोजन माताएं लक्ष्मी देवी, विमला देवी, नीलिमा थापा, तथा अभिभावक योगेंद्र पाल, संजीद आलम, मदन सिंह, वीरेंद्र सिंह, केशवर जहाँ, शिव कुमार, इंद्रावती, विद्या थापा, सरस्वती, सरोज पोखरियाल, पूजा पुन, सीमा देवी, जसोमति, प्रभा देवी, गीता, पिंकी कश्यप, राजश्री, समूना बिलकिश, रूमा देवी, मीना देवी सहित सभी अभिभावक उपस्थित रहे.

इस गुमनाम दान ने न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई में मदद की है, बल्कि समाज में निस्वार्थ सेवा का एक बेहतरीन उदाहरण भी पेश किया है.

 

 

 

 

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