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देहरादून में कैसे और क्यूं हुई थी “पेपर कटर” से ONGC के रिटायर्ड इंजीनियर की निर्मम हत्या ?

How and why was a retired ONGC engineer brutally murdered with a "paper cutter" in Dehradun?

देहरादून,12 दिसंबर 2024 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : देहरादून पुलिस ने एक दर्दनाक घटना का पर्दाफाश किया है,

जिसमें दो युवकों ने एक 75 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या कर दी।

घटना अलकनंदा एनक्लेव में हुई, जहां आरोपियों ने किराये के कमरे के बहाने बुजुर्ग को अपने जाल में फंसाया और फिर उसकी निर्मम हत्या कर दी।

घटना का विवरण

दिनांक 9 दिसंबर 2024 को बसंत बिहार थाने को सूचना मिली कि अलकनंदा एनक्लेव में स्थित एक घर से चिल्लाने की आवाज आ रही है।

मौके पर पहुंची पुलिस ने 75 वर्षीय अशोक कुमार गर्ग को गंभीर रूप से घायल अवस्था में पाया। इन्द्रेश अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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जांच और गिरफ्तारी

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने घटना के अनावरण के लिए आठ अलग-अलग टीमें गठित कीं।

सीसीटीवी फुटेज और गहन जांच के बाद पुलिस ने दो संदिग्धों – नवीन कुमार चौधरी (36 वर्ष) और अनंत जैन (29 वर्ष) को गिरफ्तार किया।

आरोपियों का बयान

पूछताछ में आरोपियों ने अपना दुर्भावनापूर्ण इरादा उजागर किया।

नवीन कुमार, जो पेस्ट कंट्रोल का काम करता है, अपनी गर्भवती पत्नी के लिए किराये का कमरा ढूंढ रहा था।

उसके दोस्त अनंत जैन ने उसे अलकनंदा एनक्लेव में एक बुजुर्ग के घर में खाली कमरे की जानकारी दी।

घटना का क्रम

दोनों आरोपी 9 दिसंबर को अशोक गर्ग के घर पहुंचे और कमरे के किराए की बात की।

जब गर्ग ने केवल परिवार वालों को कमरा किराये पर देने की बात कही, तो आरोपियों ने उसे डराने-धमकाने की योजना बनाई।

शाम को दोनों पुनः गर्ग के घर पहुंचे।

चाय पीते समय उन्हें गर्ग की पासबुक से उनके खाते में पैसे होने की जानकारी मिली

फिर उन्होंने गर्ग को घर के पिछले हिस्से में ले जाकर पेपर कटर से धमकाया और पैसे की मांग की।

जब गर्ग ने विरोध किया, तो आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया।

गंभीर चोटों के कारण गर्ग की मौत हो गई।

आसपास के लोगों की आवाज सुनकर दोनों आरोपी भाग गए।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने लगभग 400-500 ई-रिक्शा चालकों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज की जांच की।

अंततः इन्द्रानगर में माउंट फोर्ड एकेडमी के पास दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

बरामदगी

पुलिस ने आरोपियों से निम्न सामान बरामद किया:

मृतक का पर्स
एटीएम कार्ड और आधार कार्ड
1500 रुपये नगद
आरोपी की स्कूटी

पुरस्कार

घटना का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र द्वारा 25,000 रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

कैसे हुई हत्या ?

पेपर कटर से हत्या

देहरादून के अलकनन्दा एनक्लेव में हुई हत्याकांड में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

पुलिस ने हत्या के आरोपी नवीन कुमार और उसके साथी अनंत कुमार को गिरफ्तार किया है।

दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने मृतक अशोक गर्ग की हत्या लूट के इरादे से की थी।

पुलिस के अनुसार, वीन कुमार एक पेस्ट कंट्रोल का काम करता है और आर्थिक तंगी से गुजर रहा था।

किराए का कमरा ढूंढने के दौरान वह अपने दोस्त अनंत कुमार के संपर्क में आया।

अनंत कुमार ने अलकनन्दा एनक्लेव में एक बुजुर्ग व्यक्ति अशोक गर्ग के घर में भूतल पर खाली कमरा होने की जानकारी दी।

9 दिसंबर को दोनों आरोपी कमरा देखने अशोक गर्ग के घर गए

बातचीत के दौरान उन्हें मृतक के पासबुक में काफी पैसे होने का पता चला।

इसके बाद उन्होंने मृतक को डरा धमकाकर उनसे पैसे देने की योजना बनाई।

उन्होंने मृतक को घर के पिछले हिस्से में ले जाकर पेपर कटर से धमकाया और पैसे मांगे

जब मृतक ने पैसे देने से मना किया तो आरोपियों ने उसे पेपर कटर से वार कर दिया।

घाव गहरा होने के कारण मृतक की मौत हो गई।

घटना के बाद दोनों आरोपी डरकर मौके से फरार हो गए और रात में अपने घर चले गए।

अगले दिन उन्होंने घटना में प्रयुक्त पेपर कटर और कपड़े फेंक दिए ताकि पुलिस को

गुमराह किया जा सके।

कैसे हुआ खुलासा?

घटना के बाद एसएसपी देहरादून ने आठ अलग-अलग टीमों का गठन किया था।

इन टीमों ने घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का बारीकी से अध्ययन किया।

सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि घटना के बाद दो संदिग्ध व्यक्ति घटनास्थल से पीछे सतोवाली घाटी से गांधी ग्राम तथा जीएमएस रोड़ पर गए थे।

हालांकि, रात का समय होने के कारण इनकी पहचान स्पष्ट नहीं हो पाई थी।

पुलिस ने जीएमएस रोड़ पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो पता चला कि दोनों आरोपी वहां से एक लाल रंग के ई-रिक्शा में बैठकर मिलन बिहार कट तक गए थे।

पुलिस ने मिलन बिहार कट के आसपास के क्षेत्र में लगे लगभग 100-150 सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया लेकिन आरोपियों को नहीं ढूंढ पाए।

इसके बाद पुलिस ने लाल रंग के ई-रिक्शा चालकों से पूछताछ की

एक ई-रिक्शा चालक ने बताया कि उसने घटना की रात दो व्यक्तियों को जीएमएस रोड़ से मिलन बिहार कट तक छोड़ा था।

पुलिस ने मिलन बिहार कट के आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध दो पहिया वाहन स्कूटी की तलाश की और संदिग्ध व्यक्तियों के हुलिये से मिलते जुलते कुछ स्कूटी सवार व्यक्तियों की फुटेज प्राप्त की

पुलिस ने इन स्कूटियों के मालिकों की जानकारी जुटाई और एक संदिग्ध स्कूटी इन्द्रानगर क्षेत्र में पार्क में खड़ी मिली।

एसएसपी देहरादून ने नगर क्षेत्र के समस्त थाना प्रभारियों को घण्टाघर पर बुलाकर उक्त क्षेत्र की मैपिंग करते हुये अलग अलग टीमों का गठन कर उन्हें बाहर निकलने के सभी रास्तों, सीसीटीवी कैमरों की स्थिति आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने का टास्क दिये।

स्थानीय मुखबिरों से भी जानकारी जुटाई गई।

अंत में, पुलिस ने उक्त आवासीय कॉलोनी में स्थित फ्लैटों में आकस्मिक रूप से चैकिंग अभियान चलाया और संदिग्धों के हुलिये से मिलते जुलते दो युवकों नवीन कुमार चौधरी और अनंत जैन को हिरासत में लिया गया।

उनके पास से मृतक का पर्स, नकदी, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज बरामद हुए।

पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

उन्होंने बताया कि उन्होंने 9 दिसंबर को बसंंत बिहार क्षेत्र में बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या की थी और पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्या के समय पहने कपड़े और पेपर कटर को एक सूखे नाले में फेंक दिया था।

यह एक जटिल मामले को सुलझाने में पुलिस की सफलता है।

पुलिस की मेहनत और लगन से अपराधी को पकड़ा गया है।

यह घटना लोगों को सतर्क रहने और अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने की एक सीख देती है।

नाम पता अभियुक्तः-

1- नवीन कुमार चौधरी पुत्र चरण सिंह निवासी खेड़ी थाना दौराला जिला मेरठ उ0प्र0 उम्र-36 वर्ष

हाल पता माउण्ट फोर्ड एकेडमी के पास इन्द्रानगर बसन्त बिहार। (स्कूटी स्वामी)

2.- अनन्त जैन पुत्र श्रवण कुमार जेन निवासी बड़े मन्दिर के पास जैन मौहल्ला बड़ोत थाना बड़ोत जिला बागपत उ0प्र0 उम्र-29 वर्ष।

हाल पता मकान न0-75 अलकनन्दा एनक्लेव जीएमएस रोड़ देहरादून।

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